ग्वालियर। डबरा थाने में 29 लाशों की जांच किये जाने के पुलिस कहती है कि साथ ही 101 लाषों का निकाल किये जाने की बात कहती है 29 लाशों में से किसी में फोरेंसिक रिपोर्ट नहीं आई है तो कोई करंट का मामला है। वर्ष 2013 के आंकडों पर नजर डाले, तो पुलिस ने 109 लाषों के मामले सुलझा लिए थे लेकिन 2014 के 130 लाशों के मामले सुनकर आम आदमी थर्रा जाता है कि आखिर ये लाशें हमारे अंचल में आती कहां से है और कहां की है।
तमाम कोशिशों के बाद बाद उनकी पहचान नहीं हो पाती, 29 लाशें आज भी अज्ञात है। ठाकुर बाबा मंदिर के पुजारी की हत्या आज भी अज्ञात है। साथ ही खेरी के पास एक महिला की नग्न मिली लाश भी अभी तक पुलिस पहचान नहीं करा पाई है। एसडीओपी सुधीर सिंह कुशवाह का कहना है कि 29 मामलों में फोंरेंसिक रिपोर्ट आना पेश है। रिपोर्ट आते ही इन मामलों का पर्दाफाश हो जाएगा। उधर ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष कोमल साहू ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है।
