नईदिल्ली। साल के पहले ही दिन मोदी सरकार भारत के आम आदमी को दर्द दे गई। पेट्रोल एवं डीजल पर टैक्स बढ़ाकर घटी हुई कीमतों का फायदा आम आदमी तक नहीं पहुंचने दिया वहीं विमानों का ईंधन 12 प्रतिशत सस्ता कर दिया। वहां कोई टैक्स नहीं बढ़ाया। इतना ही नहीं विमान कंपनियों ने भी इस लाभ को यात्रियों तक नहीं पहुंचाया, किराया नहीं घटाया बल्कि खुद ही हजम कर लिया।
घरेलू विमानन कंपनियों के लिए विमानन ईंधन (एटीएफ) की कीमतें करीब 12 फीसदी घटाई गई हैं। यह जानकारी गुरुवार को सरकारी तेल विपणन कंपनी (ओएमसी) इंडियन ऑयल के वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना से मिली।
सूचना के मुताबिक, नई दरें 31 दिसंबर, 2014 और एक जनवरी, 2015 की दरम्यानी रात से लागू हो गई हैं। घरेलू विमानन कंपनियों के लिए नया एटीएफ मूल्य प्रति किलो लीटर दिल्ली में 52,423 रुपये, कोलकाता में 61,525 रुपये, मुंबई में 53,862 रुपये और चेन्नई में 57,457 रुपये है।
इन चारों महानगरों में एटीएफ मूल्य प्रति किलो लीटर दिसंबर 2014 में दिल्ली में 59,943 रुपये, कोलकाता में 69,386 रुपये, मुंबई में 61,695 रुपये और चेन्नई में 65,556 रुपये था। अंतर्राष्ट्रीय विमानन कंपनियों के लिए नया एटीएफ मूल्य प्रति किलो लीटर दिल्ली में 657 डॉलर, कोलकाता में 700 डॉलर, मुंबई में 661 डॉलर और चेन्नई में 665 डॉलर है।
चारो महानगरों में दिसंबर 2014 में अंतर्राष्ट्रीय विमानन कंपनियों के लिए प्रति किलो लीटर एटीएफ मूल्य था दिल्ली में 766 डॉलर, कोलकाता में 8०9 डॉलर, मुंबई में 769 डॉलर तथा चेन्नई में 773 डॉलर। विमान ईंधन के सस्ता होने से घरेलू विमानन कंपनियों को राहत मिलेगी। घरेलू विमानन कंपनियों को कुल संचालन का करीब 50 फीसदी हिस्सा विमानन ईंधन पर खर्च करना पड़ता है।
