मनोज कुमार/गैरतगंज। गौहत्या की अफवाह के बाद शहर में सोमवार को हुए उपद्रव को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा कर्फ्यू लगा दिया गया। कर्फ्यू के बाद शहर में शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है, वहीं सामाजिक लोगों द्वारा भी अपने स्तर पर शांति बहाली के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
शहर में सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस और आरपीएफ के जवान तैनात हैं, जो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। पूरे शहर में पुलिस बल तैनात कर देने से दोपहर बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई।
इस घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर जेके जैन और पुलिस अधीक्षक दीपक वर्मा ने तत्काल गैरतगंज पहुंच गए और स्थिति को नियंत्रित करने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए। वहीं कर्फ्यू लगने के बाद आईजी सतीश सक्सेना भी गैरतगंज गए। एसडीएम उमराव सिंह मरावी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धनंजय शाह, एसडीओपी गिरीश बोहरे ने भी शहर में मोर्चा संभाल लिया। ये सभी अधिकारी अपने-अपने स्तर पर शहर में शांति व्यवस्था बहाल करने में जुट गए। इन अधिकारियों द्वारा शहर की पल-पल की जानकारी पर नजर रखी जा रही है। इस दौरान आईजी श्री सक्सेना द्वारा कलेक्टर के साथ बैठक भी की और शहर की स्थिति के बारे में समीक्षा की गई।
वहीं शहर में शांति व्यवस्था बनाने और लोगों को सुरक्षा का अहसास दिलाने के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। इस मार्च में पुलिस की गाडियां जहां सायरन बजाती निकलीं वहीं सशस्त्र पुलिस के जवान पैदल शहर में निकले और लोगों को सुरक्षा का अहसास कराया। इस बीच मंगलवार को कर्फ्यू के चलते सभी दैनिक अखवार सुबह 8:30 बजे तक नही बंटे। अख़बारो के बंडल पुलिस ने थाने मैं रखवा लिये हैं।