नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने सोमवार को कहा कि अगर वह दोबारा सत्ता में आती है तो दिल्ली में किसी भी तरह का बिजनेस शुरू करने के लिए सभी मंजूरियां एक हफ्ते में दे दी जाएंगी। उसने कहा कि दिल्ली में वैट डिपार्टमेंट की ओर से होने वाली रूटीन छापेमारी बंद होगी और बाजारों से मिलने वाले वैट रेवेन्यू का एक हिस्सा उस बाजार के विकास पर खर्च होगा।
सोमवार को नेहरू प्लेस में पार्टी के ट्रेड विंग की ओर से आयोजित दिल्ली के व्यापारियों की एक रैली में पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल ने यह बात कही। इस दौरान पार्टी ने दिल्ली में ट्रेड और इंडस्ट्री के लिए अपनी पॉलिसी भी जारी की।
केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली सरकार और नगर निगमों की ओर से जारी होने वाले सभी लाइसेंस का संचालन इस तरह का होगा कि लोग ऑनलाइन अप्लाई करेंगे और घर बैठे लाइसेंस पाएंगे। हम एक ऐसा बिजनेस एनवायरमेंट बनाएंगे, जिसमें कोई भी कारोबार शुरू करने के लिए सभी मंजूरियां हफ्ते भर में मिल जाएंगी। सरकार में ट्रेड पॉलिसी व्यापारियों की राय से बनेगी और इसके लिए सरकारी मैकेनिज्म में ट्रेडर्स को वाजिब प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।'
केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली को देश का सबसे बड़ा सर्विस हब और होलसेल ट्रेडिंग सेंटर के रूप में स्थापित करने की दिशा में काम करेगी। उन्होंने कहा, '49 दिनों की सरकार में हमने वैट रेड बिल्कुल बंद कर दी, लेकिन टैक्स कलेक्शन घटने के बजाय 1500 करोड़ रुपये बढ़ गया। छापेमारी करप्शन का जरिया है। इसकी जगह हम टैक्स कंप्लायंस को सिंपल बनाएंगे ताकि ट्रेडर खुद टैक्स देने को प्रेरित हों।'
रैली में करीब 60 ट्रेड एसोसिएशंस के सामने जारी ट्रेड और इंडस्ट्री पॉलिसी में कहा गया है कि दिल्ली से हाल में काफी व्यापार दूसरे राज्यों में शिफ्ट हो गया। इसकी बड़ी वजह वैट की ऊंची दरें हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में वैट की दरें घटाकर किसी भी राज्य की तुलना में सबसे कम करेगी। वैट फॉर्म आज 30-30 पेज के होते हैं, जिन्हें छोटा कर सिंगल पेज का किया जाएगा। पार्किंग के नाम पर ट्रेडर्स से काफी पैसा वसूला गया है, लेकिन ज्यादातर बाजारों में पार्किंग की हालत ठीक नहीं है। सत्ता में आने पर पार्टी इस रकम का इस्तेमाल पार्किंग बेहतर करने पर करेगी।