ग्वालियर। डकैत घीसा बंजारा मैनेजर जयपाल खालको को रिहा कर सुरक्षित ठिकाने पर दुबक गया लगता है। पुलिस का मानना हैं कि गड़रिया गेंग के दो भरोसेमंद लोगों को घीसा ने अपने गेंग में शामिल कर उन ठिकानों का फायदा उठाना षुरू कर दिया है। जहां गड़रिया गिरोह पनाह लेता था। खालको की रिहाई में राजनीति से जुड़े एक रसूखदार का हस्तक्षेप भी सामने आ रहा है।
अपहृत को रिहा कराने में लेन-देन भी होना बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना हैं कि डकैत घीसा ने अपने गेंग की ताकत बढ़ाने के लिये गड़रिया गिरोह के उत्तम गड़रिया और सोबरन आदिवासी को षामिल किया है। आईजी ग्वालियर आदर्ष कटियार का कहना हैं कि घीसा की तलाष की जा रही है। तथा नये मेम्बर की पहचान कर कार्यवाही की जायेगी।
पीएमटी घोटाला: ढाई लाख में सौदा कर बैठाया था साॅल्वर
ग्वालियर। गजरा राजा मेडीकल काॅलेज के फर्जी छात्र अमित हरीओध को एसआईटी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह 2009 बैच का छात्र था, इसका भाई राजीव भी जीआरएमसी का छात्र था। राजीव ने अपने दोस्त षैलेन्द्र निरंजन के जरिये अमित के स्थान पर साॅल्वर बैठाया था, इसके लिये षैलेन्द्र को ढाई लाख रूपये दिये थे, यह खुलासा पूछताछ में अमित ने किया है। एएसपी बीरेन्द्र जैन ने बताया कि पुलिस ने अमित का नाम सामने आते ही हिरासत में ले लिया है। उसने ग्वालियर में 3 साल पीएमटी की तैयारी की थी, लेकिन सिलेक्षन नहीं हुआ। निरंजन षैलेन्द्र ने राजीव के एक और भाई सतीष का सिलेक्षन कराकर डाॅक्टर बनवाया था। राजीव ने वर्श 2009 में अमित को पीएमटी पास कराने के लिये षैलेन्द्र से साॅल्वर का इंतजाम करने की बातचीत कर ली थी। कुल ढाई लाख रूपये का लेन-देन हुआ था।