
ऐसा क्यों हुआ? क्योंकि नेत्रहीन खिलाडियों के साथ बाज़ार, फिक्सिंग और कई और कारनामे नहीं हो सकते हैं| भारत ऐडलेड टेस्ट 48 रनों से हार गया है। विराट कोहली की सेंचुरी के बावजूद भारतीय टीम 315 रनों पर ही सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया की जीत के हीरो नाथन लायन ने 7 विकेट लिए।
पांचवें दिन का खेल शुरू होते ही ऑस्ट्रेलिया ने पारी घोषित कर दी थी और भारत को 364 रन का लक्ष्य दिया था। मुरली विजय के 99 और कप्तान विराट कोहली के 141 रनों के अलावा ज्यादातर बल्लेबाज फ्लॉप साबित हुए। भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा कुछ खास स्कोर नहीं कर पाए।
16 रनों के के कुल स्कोर पर धवन मिशेल जॉनसन की गेंद पर विकेट के पीछे ब्रैड हेडिन के हाथों लपके गए। उन्होंने केवल 9 रन बनाए। भारत का दूसरा विकेट 57 के कुल योग पर गिरा। 38 गेंदों पर चार चौकों के साथ 21 रन बनाने वाले पुजारा को नेथन लायन ने हेडिन के ही हाथों कैच कराया।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी शुक्रवार के स्कोर पांच विकेट पर 290 रनों पर ही घोषित कर दी। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में सात विकेट पर 517 बनाए थे जबकि भारत ने 444 रन बनाए। पहली पारी के आधार पर भारत 73 रन पीछे रह गया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने डेविड वॉर्नर के 02 रन की बदौलत चौथे दिन का खेल खत्म होने तक पांच विकेट पर 390 रन बना लिए थे।
शनिवार को जैसे ही खेल शुरू हुआ ऑस्ट्रेलियाई कैप्टन माइकल क्लार्क ने पारी घोषित कर दी और भारत को 364 रन का लक्ष्य दिया। इसे विडम्बना ही कहा जायेगा कि देश का बाज़ार और सरकार जिन्हें प्रोत्साहित कर रही है, वे देश के लिये नहीं पैसे और शोहरत के लिए खेलते
हैं और सरकारे उन्हें प्रोत्साहित नहीं करती हैं , जो दिल से देश के लिए खेलते हैं| अपना कॉमेंट लिखें:—
लेखक श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क 9425022703
rakeshdubeyrsa@gmail.com
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