भोपाल। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन जनवरी के मध्य तक शुरू हो सकेगी। हेल्पलाइन की व्यवस्थाओं में परिवर्तन के कारण देरी हो रही है। मंडल इस बार सरकारी शिक्षकों को बतौर काउंसलर नियुक्त करेगा, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकारी शिक्षक न मिलने पर प्राइवेट काउंसलरों को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, लेकिन उन्हें परीक्षा देनी होगी।
बोर्ड परीक्षा (हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी) शुरू होने में 66 दिन शेष हैं। परीक्षार्थी परीक्षा की तैयारी को लेकर चिंतित हैं। उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन नहीं मिल रहा है। इसलिए हेल्पलाइन शुरू करने की मांग उठने लगी है। उधर, मंडल प्राइवेट काउंसलरों को नियुक्त कर किसी तरह के विवाद में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए सरकारी शिक्षकों को काउंसलर बनाने पर ही जोर दिया जा रहा है। जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया घोषित की जा रही है।
इसलिए पड़ी जरूरत
पिछले कई सालों से प्राइवेट काउंसलरों को छात्रों के मार्गदर्शन का जिम्मा सौंपा जाता रहा है। हर बार उन्हीं काउंसलरों को काम मिलने के कारण अधिकारियों पर आरोप लगने लगे हैं। वर्तमान अधिकारी नहीं चाहते हैं कि उन पर कोई आरोप लगे, इसलिए व्यवस्थाएं बदलने की कोशिश चल रही है।
काउंसलरों की नियुक्ति चल रही है। इसके बाद हेल्पलाइन शुरू हो जाएगी।
शशांक मिश्र
सचिव, मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल