सतना। ग्राम पंचायत चपरासी संगठन ने जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायतों में सेवारत भृत्य को चौकीदार का दर्जा दिए जाने के आदेश का स्वागत किया है, वहीं आंदोलन के दौरान प्रशासन द्वारा दिए गए मौखिक आश्वासन क तहत मागों का निराकरण न होने पर असंतोष जताया है। इसी सिलसिले में सोमवार को यहां संघ के संरक्षण एवं जिला पंचायत सदस्य कमलेेन्द सिंह कमलू की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें एक बार फिर संघर्ष करने का एलान किया गया।
बैठक में मौजूद इंटक के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह एवं संघ के अध्यक्ष इंद्रजीत सेन ने बताया कि अभी एक चौकीदारों की वेतन का निर्धारण नहीं हुआ और न ही यह तय हुआ कि वेतन का भुगतान कौन करेगा। जबकि संघ की मांग है कि वेतन भुगतान जनपद कार्यालय से किया जाएं। कहा गया है कि जिला पंचायत क आदेश क बाद भी सरपंच एवं सचिव मनमाने तरीके से पंचायतों में भृत्यों की नियक्ति कर रहे हैं। जो अनुचित है। इसके अलावा पंचायतों मे कार्यरत चौकीदारों को यूनिफार्म एवं ग्राम पंचायत बैच नम्बर भी नहीं दिया गया है। इन्ही तमाम बुनियादी समस्याओं को लेकर चपरासी संगठन ने अपना संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया है। वहीं अध्यक्षीय भाषण में कमलू ने हर स्तर पर संघर्ष में सहयोग करने का वादा किया किया है। संघ के सचिव दीनानाथ तिवारी ने आभार ज्ञापित किया।
यह रहे उपस्थित
बैठक में संघ के विनोद बारी, सूर्यभान सेन, विनोद विश्वकर्मा, दशामी प्रसाद,सुखदेव प्रसाद कुशवाहा, चन्द्रकेतु सिंह, जयप्रकाश सेन, अनुज कुमार, जगरूप चौधरी, विश्वकर्मा, नत्थूलाल कुशवाहा, रामनिवास केवट, लालमनि साहू, भजन सिंह लोधी, ओमप्रकाश वर्मन, प्रदीप दाहिया आदि मौजूद रहे।