भोपाल। अब तक यह माना जा रहा था कि बुआ भतीजे की लड़ाई में शिवपुरी का मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया है एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दलगत राजनीति से हटकर विकास के लिए काम करना चाहते हैं परंतु सिंधिया से निर्धारित मुलाकात ना करके शिवराज सिंह की ओर से भी यह संदेश साफ हो गया कि वो खुद नहीं चाहते कि शिवपुरी एवं छिंदवाड़ा का मेडिकल कॉलेज खुले।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की रविवार शाम तय मुलाकात नहीं हो पाई। वजह बताई गई कि मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। हालांकि मुख्यमंत्री का अचानक सिंधिया से मुलाकात न करना कई राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे गया।
दरअसल, तय कार्यक्रम के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया को आज शाम ६.३० बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करनी थी। तय था कि इस बैठक में शिवपुरी क्षेत्र से मेडिकल कॉलेज और नेशनल पॉवर इंस्टीट्यूट को हटाने के मुद्दे पर बात होती। इसी मुद्दे को लेकर सिंधिया रविवार को शिवराज से मिलना चाहते थे।
इसी कारण सिंधिया भोपाल आए। लेकिन दोपहर बाद उन्हें सीएम हाउस से संदेश मिला कि मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य ठीक नहीं है इसलिए मुलाकात नहीं हो पाएगी। इस संदेश के बाद सिंधिया खेमें में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। यह माना जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान मेडिकल कॉलेज व नेशनल पॉवर इंस्टिट्यूट को लेकर सिंधिया को कोई आश्वासन नहीं देना चाहते थे। यदि सिंधिया से मुलाकात होती, तो संभव था कि सिंधिया कुछ आश्वासन लेकर ही निकलते। एेसे में शिवराज के सलाहकारों ने इस मुलाकात को टालने में ही बेहतरी समझी।
उठ चुका है मसला
गौरतलब है कि राज्य सरकार मेडिकल कॉलेज और इंस्टिट्यूट को दूसरी जगह स्थानांतरित करना चाहती है, जबकि सिंधिया उसे अपने क्षेत्र में ही रखना चाहते हैं। वे इसके लिए लगातार सरकार पर दबाव भी बना रहे हैं। इसी क्रम में पिछले दिनों विधायक महेंद्रसिंह कालूखेड़ा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की थी। बावजूद इसके मुख्यमंत्री ने इस मामले में कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया था। एेसे में सिंधिया की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा था।