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छात्रा को जबरन लाइन से हटाता पुलिस जवान |
भिंड। मैदानी प्रशासनिक महकमा समस्याओं के समाधान के बजाए समस्याओं को दबाने में लगे हुए हैं। भोपाल समाचार ने 22 दिसम्बर को प्रकाशित किया था 'स्कूल छोड़ यूरिया की लाइन में लगीं हैं लड़कियां' इस खबर का असर यह हुआ कि एसडीएम ने बजाए यूरिया वितरण सुलभ कराने के महिलाओं एवं छात्राओं को यूरिया वितरण पर ही रोक लगा दी।
भिड जिले मे खाद संकट से जूझ रहे किसानों पर एसडीएम का तुगलकी फरमान भारी पड रहा है. दरअसल भिंड के मेहगांब में खाद की कई दिनो से किल्लत चल है, आज खाद कुछ मात्रा आने के बाद थाने पर खाद वितरण की व्यवस्था की गई। खाद की जानकारी मिलते ही सैकडों की तादाद में किसान पुरूष और महिलाये खाद के लिये लाईन लगा कर खडी हो गई लेकिन एसडीएम उमेश शुक्ला के पहुंचते ही उन्होने तुगलकी फरमान सुना दिया कि महिलओं और लडकियों को खाद नही मिलेगा।
चार पांच घंटे लाईन मे खडी महिलायों को पुलिस के द्बारा जबरन लाईन से धकिया कर उनको भगाया गया। जब इस संबध में एसडीएम से बात की गई तो उन्होने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।