फैजाबाद। यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर जल्द से जल्द बने यह भारत के नागरिकों की इच्छा है और उनकी यह इच्छा पूरी होनी चाहिए। गवर्नर गुरुवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह पर मीडिया के सवालों के जवाब दे रहे थे।
पहले भी अयोध्या आकर राज्यपाल ने कहा था कि भारत के हर नागरिक के मन में यह सवाल है कि आखिर राम मंदिर का निर्माण कब होगा। उन्होंने खुद ही इसका जवाब भी दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्यान में यह विषय है और आने वाले पांच सालों के भीतर राम मंदिर मुद्दे का सर्वसम्मति से हल निकालने का प्रयास है।
राज्यपाल नाईक ने कहा कि हमने यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आग्रह किया है कि 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस के रूप में मनाया जाए। यह राज्य सांस्कृतिक और वैचारिक दृष्टि से ज्यादा संपन्न है, इसलिए मुख्यमंत्री को यूपी की अस्मिता और उसके जतन के लिए उत्तर प्रदेश दिवस मनाने का फैसला लेना चाहिए।
धर्म परिवर्तन मुद्दे पर राज्यपाल ने कहा कि यह मसला संसद में उठाया गया है। संसद में इसका उत्तर भी दिया गया है कि राज्य सरकार इसमें जांच करके उचित कार्रवाई करेगी। नोएडा अथॉरिटी से सस्पेंड हुए चीफ इंजीनियर यादव सिंह पर गवर्नर ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से इस बारे में चर्चा की थी। सीएम ने कुछ अधिकारियों को निलंबित करने की बात कही है। यह सकारात्मक कदम है। सरकार का यह दायित्व है कि इस जांच को अंत तक लेकर जाएं, ताकि इस तरह का भ्रष्टाचार दुबारा न हो सके।
मोदी के सपनों की ताकत बनो, नोएडा की तरह भष्ट्राचारी नहीं
डॉ. राममनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी के 19वें कनवोकेशन में बतौर अध्यक्ष गवर्नर राम नाईक ने भारत को दुनिया की सबसे बड़ी युवा ताकत बनाने के लिए स्टूडेंट्स को कड़ी मेहनत और सबको साथ लेकर चलने की नसीहत दी। साथ ही अपने 27 मिनट के भाषण में उन्होंने स्टूडेंट्स को भ्रष्टाचार की बजाय ईमानदारी से काम करने पर जोर दिया।