भोपाल। आने वाले कुछ साल में हमीदिया अस्पताल किसी 5 स्टार होटल की तरह दिखेगा। मरीजों को वे सभी सुविधाएं मिलेंगी, जो देश के अन्य बड़े अस्पताल में मिल रही हैं। अत्याधुनिक सुविधाओं वाले ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू व वार्ड इस अस्पताल में होंगे। पहले चरण में 650 बिस्तर का अस्पताल बनाया जाएगा।
अस्पताल के पुराने भवन की जगह 2000 बिस्तर का नया अस्पताल भवन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। लोक निर्माण विभाग की यूनिट (पीआईयू) ने बुधवार से नए भवन की डिजाइन व खर्च को लेकर गांधी मेडिकल कॉलेज में प्रेजेंटेशन दिया। आर्किटेक्ट सीपी कुकरेजा ने बताया कि दो चरणों में 2000 बिस्तर का अस्पताल बनाया जाएगा। इसमें 500 बिस्तर का सुपर स्पेशलिटी भी है। पूरे काम में लगभग तीन साल लगेंगे।
7 मंजिला बिल्डिंग बनेंगी
फेज 1 ए में 650 बिस्तर वाली 7 मंजिला बिल्डिंग बनेंगी। इसमें भूतल पर ब्लड बैंक व स्टोर रूम, पहली मंजिल पर रजिस्ट्रेशन और ओपीडी, दूसरी मंजिल पर ओटी और सुपर स्पेशलिटी होंगे। बाकी में वार्ड रहेंगे। वार्ड भी केबिन की तरह बनाए जाएंगे। एक वार्ड में सिर्फ 10 बेड रहेंगे। सभी विभागों की ओटी एक जगह पर ही रहेगी। इसके साथ ही 500 बिस्तर का सुपर स्पेशलिटी ब्लाक बनाया जाएगा। फेज 1 बी में 210 बिस्तर के जनरल मेडिसिन के वार्ड और 40 बिस्तर वाला नेत्र वार्ड बनाया जाएगा। आर्किटेक्ट ने बताया कि पहले चरण का सिविल वर्क का काम पूरा होने में 11 महीने और भीतर की फर्निशिंग में 5-6 महीने लगेंगे। इसमें स्किन के 15, टीबी के 30, गायनी के 120, ईएनटी के 20, सर्जरी के 210, पीडियाट्रिक के 120, आर्थो के 120 और साइकेट्री के 15 बेड होंगे। इस तरह करीब डेढ़ साल में 650 बिस्तर की बिल्डिंग, मल्टी लेवल पार्किंग और सुपर स्पेशलिटी बन जाएगी।
डिजाइन के प्रजेंटेशन के वक्त डीन डॉ. बीपी दुबे, पीआईयू के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विजय सिंह, असिस्टेंट प्रोजेक्ट डायरेक्टर बीपी पटेल व चीफ आर्कीटेक्ट शशिकांत मौजूद थे।
दूसरे चरण में बनेगा 700 बिस्तर का
फेज 2 ए में 700 बिस्तर का अस्पताल बनाने का प्रस्ताव है। इसमें स्किन विभाग 30, टीबी के 20, हड्डी के 200, साइकेट्री के 30, डेंटिस्टी के 30, ईएनटी, रेडियोथैरेपी और आंख के 60-60, सर्जरी के 100 बेड के साथ 100 बेड वाला अतिरिक्त वार्ड होगा।