भोपाल। मध्यप्रदेश के मंत्रियों में मीडिया का खौफ साफ देखा जा रहा है। इसके साथ ही सत्ता की सनक भी बरकरार है। एक तरफ मीडिया के सवालों से बचना भी चाहते हैं तो दूसरी ओर सवाल उठाती मीडिया को डपटकर चुप कराने का उपक्रम भी जारी है।
इसी क्रम में मध्य प्रदेश की पशुपालन एवं विधि मंत्री सुश्री कुसुम सिंह मेंहदेले ने सोमवार को अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया। इस दौरान उनकी पीसी में 9 आईएएस सहित कम से कम 30 ब्यूरोके्रट्स मौजूद रहे। पीसी शुरू होते ही मंत्री कुसुम ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तैयारी से काम कर रही है। आप लोगों के डर से मैं भी पूरी तैयारी कर के आई हूं। इतनी पढ़ाई तो मैंने स्कूल के दिनों में भी नहीं की थी, अगर उन दिनों में अच्छे से पढ़ाई करती तो, हर साल टॉप करती।
उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने विभाग के कामकाज से संतुष्ट हूं, हमने जनता से एक साल में जितने भी वादे किए थे सभी पूरे किए है। मैं आप लोगों का ध्यान इस ओर लाना चाहती हूं कि हमारे कुटीर और ग्राम उद्योग ने पिछले एक साल में कई उल्लेखनीय काम किए है। जिन विभागों में अलग-अलग योजनाओं पर काम चल रहा है वे भी पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहे हैं।
रिपोर्ट कार्ड पेश करने के बाद पत्रकारों ने उनसे कई सवाल किए। इस दौरान एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि आपके विधि विभाग में भ्रष्ट अधिकारियों के कितने मामले लंबित है? इस पर मंत्री मेंहदेले ने जवाब दिया कि मेरे विभाग में किसी भी अधिकारी का कोई भी मामला लंबित नहीं है। जबकि, दो दिन पहले सामान्य प्रशासन विभाग के राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य ने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कहा था कि विधि विभाग में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश लेने के लिए 161 मामले लंबित है।