ग्वालियर। सहकारिता विभाग से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों ने भितरवार में धान खरीदी के भुगतान के नाम पर 22 लाख का घोटाला किया है। ऐसे में उक्त राशि की वसूली उन्हीं लोगों से की जाना चाहिए। भितरवार शाखा प्रबंधक कृषि प्राथमिक सहकारी संस्था ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के महाप्रबंधक को लिखे पत्र में उक्त जानकारी दी है।
इस पत्र के बाद सहकारिता विभाग में हड़कंप मच गया है, क्योंकि घोटाले का पर्दाफाश विभाग के अधिकारी ने किया है। कृषि प्राथमिक सहकारी संस्था भितरवार को 60 लाख रूपये की वर्ष 2013-14 में क्रेडिट सीमा स्वीकृत की गई थी। इस दौरान 2 दिसम्बर से 25 जनवरी तक 4 करोड़ 19 लाख से अधिक की 28740 क्विंटल धान खरीदी जाना दर्ज किया गया। संस्था प्रबंधक ओमप्रकाश शर्मा के हस्ताक्षर से संविदा कर्मचारी परमानन्द शर्मा द्वारा चैक के भुगतान की अनुशंसा सहित शाखा प्रबंधक मुकेश माथुर को प्रस्तुत की गई। शिकायत में शाखा प्रबंधक ने पर्यवेक्षक परमानंद शर्मा, शाखा प्रबंधक मुकेश माथुर, ओमप्रकाश शर्मा एवं कम्प्यूटर आॅपरेटर को दोषी बताते हुये कार्यवाही की मांग की है।