भिंड। लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग के बाद निर्वाचन आयोग से आए एक लेटर ने प्रशासनिक अधिकारियों की बेचैनी बढ़ा दी है। दरअसल आयोग से आए इस पत्र में पूछा गया है कि भिंड में 17 अप्रैल को हुए चुनाव में ठेके के कर्मचारी तो नहीं लगाए गए थे। जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से इस पत्र को जिले के पांचों सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एसडीएम) के पास भेजा गया है।
यह है पूरा मामला
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने निर्वाचन आयोग में शिकायत की है कि प्रदेश में हुए चुनाव में ठेके के कर्मचारी भी लगाए गए थे। इस शिकायत के मिलने के बाद आयोग ने शिकायत की कॉपी भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है कि चुनाव के लिए भिंड में ठेके के कर्मचारी तो नहीं लगाए गए। बहरहाल जो भी हो, इस पत्र के बाद से प्रशासनिक अधिकारियों में हलचल है।
मतदान दल गठन प्रभारी से मांगा जवाबः जिले के पांचों एसडीएम के अलावा इस शिकायत पर मतदान दल गठन प्रभारी अनुज कुमार रोहतगी से भी जवाब मांगा गया है।
इस बार ज्यादा हुई शिकायत
विधानसभा चुनाव की अपेक्षा लोकसभा चुनाव में आयोग के पास ज्यादा शिकायतें पहुंची हैं। इन शिकायतों में चुनाव प्रचार के दौरान रुपए बांटने की शिकायत बड़ी महत्वपूर्ण थी। नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे की ओर से की गई रुपए बांटने की शिकायत की जांच कर प्रशासन ने 300 पेज में आयोग को रिपोर्ट भेजी थी।
बैतूल से मिल गया जवाब
आयोग ने ठेके के कर्मचारी के संबंध में बैतूल प्रशासन के पास भी कांग्रेस प्रवक्ता श्री गुप्ता की शिकायत भेजी थी। बैतूल की ओर से भी अपना जवाब दिया गया है। जवाब में कहा गया है कि बैतूल में कोई भी कर्मचारी ठेके पर नहीं लगाए गए हैं।