भोपाल। व्यापमं की वन रक्षक भर्ती फर्जीवाडे में लिप्त एक गिरोह के सरगना रामप्रकाश यादव को एसटीएफ ने रविवार को बिहार से गिरफ्तार कर लिया। जिसे सोमवार को जिला न्यायालय पेश कर 30 अप्रैल तक के पीआर पर लिया है।
जो कि उम्मीदवारों के बदले परीक्षा में बैठने वाले स्कोरर (फर्जी परीक्षार्थी) बिहार से लेकर आता था। एसटीएफ के अनुसार वन आरक्षक भर्ती 2013 में गिरफ्तार मुरैना निवासी वन आरक्षक धर्मेंद्र निगम ने मुरैना निवासी दलाल योगेंद्र सोलंकी को 3 लाख रुपए दिए थे। दलाल योंगेंद्र ने बिहार के पटना निवासी रामप्रकाश यादव से संपर्क किया था। जो कि बिहार के पटना से करीब चार स्कोरर लेकर आया था। इनमें से एक स्कोरर ने मुरैना निवासी धर्मेंद्र के बदले वन रक्षक लिखित परीक्षा देकर पास की थी।
एसटीएफ ने फर्जी वनरक्षक धर्मेंद्र निगम व दलाल योगेंद्र को गिरμतार कर जेल भेज दिया। दोनों की निशानदेही पर एसटीएफ ने पटना से रविवार को गिरोह के सरगना रामप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया। जिसे सोमवार को भोपाल लाकर सीजेएम पंकज सिंह माहेश्वरी की अदालत में पेश किया। एसटीएफ टीआई विजय कुमार सेन ने आरोपी से मामले से संबंधित जरूरी जानकारी लेने के लिए उसे 30 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में दिए जाने की मांग अदालत से की,अदालत ने एसटीएफ का निवेदन स्वीकार करते हुए आरोपी को पीआर पर दिए जाने के आदेश जारी कर दिए।
बीए पास है सरगना
एसटीएफ के अनुसार रामप्रकाश यादव बीए पास है, जो कि पटना से आईटीआई कर रहा है। रामप्रकाश की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ को उन चार स्कोरर की तलाश है, जिन्हें रामप्रकाश ने दूसरे परीक्षार्थियों के बदले परीक्षा में शामिल कराया था।