भोपाल। फ्लैग स्टाफ हाउस से बेशकीमती एंटीक सामान गायब हो चुका है। इनमें से एक आदमकद आईना भी है, जिसमें चमत्कारी औषधीय गुण थे। इस आईने के सामने सजने-संवरने पर सौंदर्य बरकरार रहने के साथ ही बरकत होती थी।
यह चमत्कारी आईना नवाब मंसूर अली खान के इंतकाल के कुछ ही दिनों बाद फ्लैग स्टाफ हाउस से गायब हो गया है। नवाब परिवार के बीच जायदाद के बंटवारे को लेकर अभी भी कई पेंच उलझे हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा विवाद फ्लैग स्टाफ हाउस की कीमत और खरीददार को लेकर है। अभी तक खरीददार और कीमत के बारे में खुलासा नहीं हो सका है। इसके साथ ही सैफ अली खान भी फ्लैग स्टाफ हाउस को बेचने के पक्ष में कतई नहीं बताए जाते। नतीजे में सही कीमत का आंकलन करवाने के लिए विशेषज्ञों से सलाह ली जा सकती है।
सूत्रों की माने तो मरहूम नवाब मंसूर अली खान की बहन सालेहा सुल्तान बंटवारे में अपनाए गए तौर तरीकों को लेकर अभी तक पूरी तरह मुतमईन नहीं हैं। संपत्ति की बनाई सूची में कई एंटीक सामान के नहीं होने पर परिवार में तल्खी बढ़ती जा रही है। ऐसे में 21 अप्रैल को होने वाली बैठक में फ्लैग स्टाफ हाउस का सौदा फाइनल होने में अड़ंगा आ गया। सूत्रों की माने तो बेगम आयशा सुल्तान (शर्मिला टैगोर) पूर्व घोषित कार्यक्रम होने के बाद भी सोमवार को भोपाल नहीं पहुंची। ऐसे में माना जा रहा है कि अब 25 अप्रैल के बाद ही बेगम भोपाल आएंगी।
किसी करीबी ने गायब किया आईना
सूत्रों की माने तो नवाब परिवार के बीच संपत्ति बंटवारे को लेकर खटास कम नहीं हो सकी है। इसकी खास वजह है बेहद कीमती और एंटीक सामान का गायब हो जाना। इनमें हाथी दांत से बना सामान है, जोकि अफ्रीका और फ्रांस से मंगवाया गया था।
चांदी से सजे शीशम और चंदन के हुक्के, फर्नीचर, फोटो फ्रेम के साथ ही आराम कुर्सियां आदि नहीं मिल रहे हैं या तादाद में कम हैं। इनमें सबसे कीमती आदमकद आईना बताया जा रहा है, जिसकी खासियतों की चर्चाएं नवाब परिवार के सदस्यों में है। इस आईने को कड़ी सुरक्षा में विदेश से मंगवाया गया था। इसका इस्तेमाल सिर्फ नवाब या फिर उनकी बेगम ही करती थीं। यह आईना नवाब के जीवनकाल में था, लेकिन इंतकाल के बाद अचानक ही गायब हो गया है। ऐसे में किसी करीबी पर शक की सुई जा रही है।