भोपाल। देश भर में भड़के विरोध के बाद बाबा रामदेव ने अपने शब्द वापस ले लिए हैं। रामदेव ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि राहुल गांधी दलितों के घर में हनीमून और पिकनिक मनाने जाते हैं।
इस बयान पर बढ़ते विवाद के बीच शनिवार को रामदेव ने सफ़ाई दी, "राहुल जी के बारे में जो मैंने कहा था, उसे ग़लत तरीके से पेश किया गया था।
सामाजिक और राजनीति संदर्भ में अकसर कहा जाता है कि हनीमून पीरियड इज़ ओवर।
इसलिए दलितों और राहुल गांधी का अपमान करना हमारा लक्ष्य नहीं था।" रामदेव के बयान पर न सिर्फ कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी बल्कि भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने भी इसे अनुचित करार दिया।
सार्वजनिक माफ़ी की मांग
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा, "रामदेव जी ने अपने शब्द वापस ले लिए हैं और इस मामले में एफ़आईआर भी हुई है लेकिन बेहतर होता कि वो इस तरह के शब्द इस्तेमाल नहीं करते।"
रामदेव ने शुक्रवार को लखनऊ में कहा था, "राहुल गांधी पिकनिक मनाने दलितों के घर जाते हैं। अगर वो दलित लड़की से शादी कर लेते तो उनकी क़िस्मत खुल सकती थी, वो प्रधानमंत्री बन जाते।"
इस बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "ये बयान दलित विरोधी है जिसके लिए रामदेव को सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगनी चाहिए। हम चाहते हैं कि मोदी और भाजपा रामदेव के इस बयान पर प्रतिक्रिया दें।" उधर उत्तर प्रदेश पुलिस ने राहुल गांधी के ख़िलाफ़ विवादास्पद बयान देने के लिए रामदेव के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराई है।