भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष एवं खंडवा से लोकसभा प्रत्याशी अरुण यादव करोड़ों के कर्ज में डूबे हुए हैं। पिछले 10 सालों में उनकी संपत्तियों में तेजी से इजाफा हुआ है, लेकिन यदि हालात शीघ्र नियंत्रण में नहीं आए तो अगले 10 साल में उनकी हालत पहले जैसी हो जाएगी।
बतौर लोकसभा प्रत्याशी अरुण यादव द्वारा घोषित जानकारी के अनुसार अरुण यादव के पास 30 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति की है परंतु करीब 6 करोड़ रुपए की देनदारियां भी हैं। सूत्र बताते हैं कि ये तो वो देनदारियां हैं जो घोषित किए जाने योग्य थीं, कई देनदारियां ऐसी भी हैं जो घोषित किए जाने योग्य नहीं है और उनकी संख्या भी कम नहीं है।
अब अरुण यादव क्या काम धंधा कर रहे हैं और वो कौन या मंत्र है जिसके चलते वो तेजी से करोड़पति बने और उतनी ही तेजी से कर्जे में डूब गए ये तो भगवान जाने या अरुण यादव, लेकिन बाजार के जानकारों का कहना है कि कुल संपत्ति 25 प्रतिशत कर्जा होना डूबने की शुरूआत कही जाती है। फाइनेंस मार्केट में इसे अलार्मिंग पोजीशन कहते हैं, यदि स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया तो यह आत्मघाती होगा।
देखते हैं अरुण यादव की किस्मत में उनका क्या भविष्य लिखा है।