अनूपपुर। समीपी रेउला गॉव में संचालित आर्या एनर्जी जिस दिन से अस्तित्व में आयी है सुर्खियों में रही है कभी मजदूरों के द्वारा मुआवजे को लेकर अनशन तो कभी पानी की अवैध खरीदी तो कभी पर्यावरण प्रदूषण इसके विषय में प्रशासन को कार्यवाही पर आमंत्रण देते रहे हैं।
हाल ही में रेउला में स्थापित इस प्लांट में जा रहे चोरी के कोयले से लदे चार दस पहिया वाहनों को बीते ३ तारीख को कोतमा पुलिस ने पकड़ ही लिया और थाना कोतमा लेकर खडा करा दिया।
ऐसे पकडाए वाहन
आचार संहिता के दौरा न अपराधियों की निगरानी के लिए नगर से बाहर जाने वाले चौराहों पर तैनात पुलिस के द्वारा रेउला रोड के पास स्थित बंजारी तिराहा के पास चेकिंग की जा रही थी तभी उक्त चार वाहन एमपी ६५ जीए ०१७७, एमपी ६५ जीए ०४७७, एमपी ६५ जीए ०६७७, एमपी ६५ जीए ०२७७, में चोरी का कोयला लदा हुआ जा रहा था तभी पुलिस ने वाहनों को पकडा और थाने ले आकर खडा करा दिया।
कोई नई बात नही
आर्या एनर्जी प्लांट में धधकते चोरी के कोयले को लेकर पूर्व में भी कई नेताओं ने शासन व प्रशासन को लिखने के साथ अखबारों में विज्ञप्तियॉ जारी की थीं परंतु प्रशासनिक सहयोग व कार्यवाही में उदासीनता ने कंपनी संचालकों के हौसले बुलंद कर दिए। इसी प्रकार से वार्ड क्र० ०६ कोतमा के एक प्रायवेट बाडा से पानी खरीद कर सकरी गलियों में दसपहिया वाहनों से पानी की खेप ढोई जा रही थी जिससे पानी सप्लाई के लिए लगे पाइपलाइनों के दबकर टूटने का खतरा बना ही रहता था और जिसे नगरपालिका अध्यक्ष राजेश सोनी ने पक$डा और नगरपालिका के बाद थाने भेजा था। आर्या एनर्जी के द्वारा प्रशासन को चि$ढाकर मनमानी करने का यह कोई नया मामला नहीं है।
लगा है कोयले का भंडार
आर्या एनर्जी के द्वारा हमेशा से ही चोरी के कोयले को खपाया जा रहा है जिसमें पूॅजीपति पॉवर प्लांट के अधिकारियों से कॉलरी के अधिकारियों की साठगॉठ होने का पूरा प्रमाण है। उक्त कोयले के वाहन हाल में ही पक$डे गए मगर यहीं बात नहीं थम रही, आर्या एनर्जी में मेन गेट के अंदर अभी भी चोरी के कोयले का अंबार लगा हुआ देखा जा सकता है।
पुलिस कर रही कार्यवाही में देर
आर्या एनर्जी जा रहे उक्त दसपहिया वाहनों को पुलिस के कुछ कर्मचारियों ने पक$डकर थाना तो ले आए मगर ०४ तारीख को दिनभर प्लांट के अधिकारी व कुछ स्थानीय नेता थाना में डेरा जमाए रहे जिससे पुलिस पर दबाव रहा है और पुलिस के उ चाधिकारी कार्यवाही करने मेें विलंब करते रहे।
मीडिया से छिपाया मामला
संगीन मामलों को दबाकर मीडिया से दूरी रखने के लिए बदनाम कोतमा पुलिस के द्वारा इस मामले पर पर्दा डाला जा रहा था। जैसे ही आर्या एनर्जी के वाहनों के पक$डाए जाने के सूचना पत्रकारों को मिली वैसे ही पत्रकारों का थाने जाकर जानकारियॉ मॉगने का सिलसिला शुरू हुआ और पत्रकारों से पुलिस ने कोई भी स्पष्ट बात नहीं की। इससे पुलिस की मंशा का अंदाजा लगा और पत्रकारों ने उ चस्तरीय कार्यवाही की मॉग की।
इनका कहना है
अभी कार्यवाही चल रही है। उक्त कोयले से लदे वाहनों पर १०२ के तहत कार्यवाही की जा रही है।
कैलाश भारद्वाज
थाना प्रभारी,कोतमा