राजेश शुक्ला/अनूपपुर। कांग्रेस की अंदरूनी लडाई अब सडकों पर आती दिखाई दे रही है। दो गुटों में बटी पार्टी लोकसभा चुनाव के मतदान के ठीक एक सप्ताह पहले दोनों के बीच अखबारी जंग चालू हो गई है। इसका मुख्य कारण अनूपपुर में कांग्रेस कार्यवाहक जिलाध्यक्ष के रूप में की गई नियुक्ति से उठा है।
इस नियुक्ति के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल के समर्थक में अनूपपुर एवं जैतहरी ब्लाक कांग्रेस कमेटी सहित जिले के पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से प्रदेश अध्यक्ष को अपना स्तीफा भेज दिया है। जिसमें इन्होंने वर्तमान सांसद व कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती राजेश नंदिनी सिंह के विरूद्ध बिगुल फूकते हुये उन पर फूट डालने का आरोप लगाया है।
इन सब के इस्तीफे के बाद शुक्रवार को जिला कार्यकारी अध्यक्ष इकबाल हुसैन बोहरा के साथ लोकसभा समन्वयक हासिम अनवर ने पत्रकारों को संबोधित करते हुये कहा था कि जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल एवं पूर्व विधायक बिसाहूलाल सिंह का आपेक्षित सहयोग इस चुनाव में नहीं मिल रहा है। इसीलिये कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की गई है। ताकि जिलाध्यक्ष को सहयोग मिल सके। इसमें किसी का अपमान नहीं किया गया है।
कांग्रेस पार्टी के जिला संगठन सचिव अजय प्रताप सिंह द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में शुक्रवार को हुये प्रेसकांफ्रेंस में लगाये गये आरोपों का जवाब देते हुये उल्टे आरोप लोकसभा सांसद और हासिम अनवर पर आरोप लगाते हुये कहा है कि जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल को निष्क्रिय कहने वाली सांसद राजेश नंदिनी को चुनाव जीतने के पूर्व इतना अहम है तो चुनाव जीतने के बाद कार्यकर्ताओं पर कितना होगा।
इन्होंने अध्यक्ष को निष्क्रिय कहने पर कडी आपत्ति जताते हुये कहा है कि इससे पदाधिकारी और कार्यकर्ता दोनों ही सांसद के इस बयान से अचंभित हैं। संगठन सचिव श्री सिंह ने कहा कि सांसद श्रीमती सिंह के ऊपर विश्वास कर जनता ने क्षेत्र का सांसद चुना। पार्टी ने इन्हें अपना प्रत्याशी बनाया, इन्होंने पांच वर्षो में क्या किया यह जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं को बताना चाहिए साथह ही यह भी बतायें कि इन पांच वर्षो में कितनी बार सड़कों पर उतरकर धरना प्रदर्शन कर भाजपा सरकार का विरोध किया है। संभाग में होने वाले स्थानीय निकायों के चुनाव में किन-किन जगह प्रचार में शामिल हुई हैं। सांसद निधि का कितना उपयोग किया है।
श्री सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि इन्होंने भाजपा विधायक रामलाल रौतेल के निवास तक सड़क निर्माण के लिये राशि दी, जबकि जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने अपने पदाधिकारियों के साथ पूरे जिले में धरना प्रदर्शन व कार्यकर्ताओं को जोड़ा है। स्थानीय निकायो, चुनावों में अपनी भूमिका निभाई है। जिससे हमे स्थानीय निकायों में सफलता मिली।
अजय प्रताप सिंह ने लोकसभा समन्वयक हासिम अनवर से सवाल करते हुये कहा कि जिले में इनकी बैठक जिलाध्यक्ष ने कराई। पूरे संसदीय क्षेत्र में सबसे पहले बूथ लेवल एजेण्ट की सूची किसने सौंपी उसके बाद अगर जिलाध्यक्ष को निष्क्रिय कह रहे हैं तो यह उनकी मानसिकता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इन्होंने नपा चुनाव अनूपपुर में निर्दलीय चुनाव लडे योगेन्द्र राय के बयान को भी हास्यपद बताते हुये कहा कि योगेन्द्र राय ने जिलाध्यक्ष पर आरोप लगाये है कि टिकट के बदले पैसे की बात कही है। यह पूरी तरह निराधार है। श्री अग्रवाल जबसे जिलाध्यक्ष बने हैं तब से पार्टी के कार्यक्रमों में अपने पास से पैसा लगाकर कार्य किया है। ऊपर से पैसा मांगने का आरोप ओछी मानसिकता का परिचायक है। श्री सिंह के साथ जिलाध्यक्ष के इस्तीफे के समर्थन में जिला एवं ब्लांक कांग्रेस जैतहरी के पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा प्रदेश कार्यालय को भेजा है।