इंदौर। रामानंद सागर की रामायण धारावाहिक में कुंभकरण की भूमिका निभाकर दुनियाभर में मशहूर हुए अभिनेता राकेश दीवाना का रविवार को देहांत हो गया। इंदौर के अरबिंदो हॉस्पिटल के मोहक सेंटर में मोटापा कम करने के लिए रोबोटिक बेरियाट्रिक सर्जरी के दौरान 'ब्रेन स्ट्रोक' होने से उनकी मौत हुई।
राकेश दीवान का जन्म 31 दिसंबर 1969 में यूपी के हथरास में हुआ था। उन्होंने 'या रब', 'रफूचक्कर', 'डबल धमाल', 'राउडी राठौर' सहित कई फिल्मों में अभिनय किया है। प्रसिद्ध टीवी सीरियल तारक मेहता का उलटा चश्मा के शुरुआती एपिसोड में भी राकेश दीवाना ने अभिनय किया था।
इसके अलावा धारावाहिक 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' महाराज और अलीफ-लैला में उनकी जिन्न की भूमिका को भी काफी सराहा गया था। राकेश अपने मोटापे व वजन को लेकर ज्यादा चिंतित थे, उन्हें लगने लगा कि उनकी सफलता के रास्ते में वजन और मोटापा कहीं बाधक न बन जाए।
राकेश दीवाना के दिमाग में खयाल आया कि गायक अदनान सामी की तरह मोटापा कम किया जाए और वह भी सुडौल व खूबसूरत नजर आने लगें। इसी के कारण मोटापे को कम करने के चक्कर में वह इंदौर के एक बायोट्रिक सर्जरी एक्स्पर्ट के पास पहुंचे। यहां उनकी सर्जरी कर दी गई। सर्जरी के बाद अचानक ब्रेन स्ट्रोक हो गया और दिमाग ने काम करना बंद कर दिया।
डॉक्टर मोहित भंडारी ने बताया कि राकेश को ब्रेन स्टोक बायोट्रिक सर्जरी की वजह से नहीं हुआ। सर्जरी के बाद वह चार-पांच दिन बिल्कुल सामान्य थे और परिजनों से बातचीत भी कर रहे थे। दरअसल, वह उच्च रक्तचाप के मरीज हैं, जिस वजह से ब्रेन स्ट्रोक हुआ और उन्हें वेंटीलेटर का सहारा देना पड़, लेकिन वह आखिरकार दुनिया को छोड़ गए।