बंद खदानों के मजदूरों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान

मनीष बागड़ी/नीमच। जवाद क्षेत्र के विधायक ओम प्रकाश सकलेचा जो क्षेत्र के बेरोजगार को रोजगार देने के लिये बडे बडे वादे करते है और उन्हे क्षैत्र  फेक्टरी लाकर उन्हे रोजगार देने की बात कर रहे वही जावद सुवाखेड पत्थर कि खदान बन्द होने से कई लोग बेरोजगार हो गये है।

मिली जानकारी के अनुसार  जावद तहसील के गाम्र सुवाखेड़ा गॉव में घर के निर्माण में होने वाले पत्थर कि खदाने है जो पूरे उज्जैन सम्भाग में सबसे बड़ी है  इस सुवाखेड़ा माइंस में करीब 3000से 4000 मजदूर रोजाना यहां पत्थरों का काम कर अपने परिवार का भरण पोषण करते है लेकिन करीब 20-25 दिनों  से यह माइंस बंद है जिससे यहाँ के मजदुर कि भूखे मरने कि नौबत आ गयी है  दरअसल यहाँ रॉयल्टी काटने का ठेका इंद्रा श्रमिक पत्थर समिति का है।

जहां माइनिंग के तहत संस्था को पर्यावरण प्रदूषण कि जरुरत होती है जो कि संस्था के पास नहीं है उसी के चलते यहाँ काम बंद है  दरअसल पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड का सर्टिफिकेट  संस्था के पास काफी समय से रिनुअल नहीं होने से यह नौबत आ गयी है  और इससे शासन को राजस्व का  लाखो का नुक्सान हो  रहा है   मजदूरो ने चेतावनी दी है कि अगर  समय रहते इस पर शासन ने ध्यान नहीं दिया तो सारे  मजदुर चुनाव का बहिष्कार करेंगे  और आंदोलन करेंगे। 

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