लवकुशनगर/छतरपुर। भारतीय स्टेट बैंक के सामने स्टेशनरी दुकान संचालक पत्रकार मिथलेश चौरसिया पर उनके दुकान के सामने दो अज्ञात हमलावरों द्वारा ,दुकान बंद करके घर जाते समय घात लगाकर गोली चलाई गई। जिससे छतरपुर जिला चिकित्सालय ले जाते वक्त मौत हो गई।
शनिवार की शाम लगभग सवा आठ बजे हुए इस हत्याकाण्ड से नगर में सनसनी फैल गई। रविवार सुबह लगभग आठ बजे तक पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न किये जाने से नाराज नगरवासी पुलिस की कार्यप्रणाली का विरोध करते हुए भाजपा मण्डल अध्यक्ष बाबूराम सिंह और नगर पंचायत उपाध्यक्ष दीपक खरे के नेतृत्व में सैकड़ों युवक नारेबाजी करते हुए थाने पहुँच गए। इस दौरान पुलिस अधिकारियों को एक वर्ष पूर्व मिथलेश चौरसिया पर कट्टे से धमकी देने वाले नगर के दो युवाओं सहित मोबाईल पर धमकी देने वाले को कॉल डिटेल के आधार पर गिरफ्तार करने की माँग भी की गई।
थाने में एसडीओपी एमपी पौराणिक और टीआई केजी शुक्ला द्वारा कॉल डिटेल आने तक अग्रिम कार्यवाही के लिए कुछ समय की आवश्यकता के आधार लोगों को शान्त किया गया। लेकिन लोग थाने से हटकर पुराना बस स्टैण्ड पर जमा होने लगे। और तिराहे में पत्थर रखकर जाम लगाने का प्रयास किया। दो घंटे के बाद नगर में शान्ति की स्थिति मिथलेश के अन्तिम संस्कार के साथ ही हो सकी।
स्थिति को सामान्य बनाये रखने में करनी पड़ी मेहनत
लगभग दो घंटे तक यहाँ आक्रोशित नगर की जनता को शांत करने में प्रशासन के हाथ पैर फूलते रहे। इस दौरान एसडीएम हेमकरण धुर्वे ,एसडीओपी एमपी पौराणिक,तहसीलदार आर एन त्रिपाठी और टीआई केजी शुक्ला और निकटवर्ती थाने जुझारनगर ,चन्दला सहित लवकुशनगर के पुलिस बल ने स्थिति को सामान्य बनाये रखा।
समझ से परे हत्याकाण्ड
मिथलेश चौरसिया को जानने वाले अधिकांश लोगों का मानना है वह शांत प्रवत्ति का था। उससे किसी की भी बुराई नहीं थी। परिवार में मिथलेश के दो लड़के और एक लड़की है। मिथलेश अपने परिवार का भरण पोषण स्टेशनरी कि दुकान चला कर ही करता था। अब मुखिया के न रहने से परिवार पर आर्थिक सकंट गहरा जायेगा। मिथलेश चौरसिया पर अचानक इस प्रकार का हमला क्यों किया गया। यह समझ से परे है।
पुलिस भी इस इसी गुत्थी में उलझी है। घटना स्थल के आसपास के लोगों से सम्पर्क कर पुलिस तथ्य जुटाने का प्रयास कर रही है। टीआई के जी शुक्ला भी इस बात को स्वीकार कर रहे है कि घटना करने वाले का मकसद अस्पस्ट है। लेकिन जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जायेगा। चंदला विधायक आर डी प्रजापति भी घटना की जानकारी लेने थाने पहुँचे।