भोपाल। व्यापमं के जरिए वर्ष 2012 में हुई परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स ((एसटीएफ)) ने जांच लगभग पूरी कर ली है। एसटीएफ को इस परीक्षा के दौरान भी लाखों रुपए का लेन-देन कर सिपाहियों को भर्ती कराए जाने के संबंध में पर्याप्त सबूत मिल चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अब तकनीकी साक्ष्य जुटाए जाने के अलावा अफसरों की मुहर का इंतजार है। माना जा रहा है कि चंद दिनों के भीतर ही इस मामले में एसटीएफ एक अलग प्रकरण दर्ज कर लेगी।
मंगलवार को गिरफ्तार किए गए माध्यमिक शिक्षा मंडल के चारों बाबुओं को बुधवार दोपहर अदालत में पेश किया गया। एसटीएफ ने पूछताछ का हवाला देते हुए चारों को रिमांड पर दिए जाने की अपील की। इसके बाद अदालत ने उन्हें 14 मार्च तक के लिए रिमांड पर भेजे जाने के आदेश दे दिए।
आरोपियों में रामचंद्र सविता, बालाराम प्रसाद, अयोध्या प्रसाद यादव और सोहेल खान शामिल हैं। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2008-2009 में राज्य ओपन स्कूल की अंकसूचियां छापने वाली फर्म की भी जांच शुरू कर दी गई है। माशिमं से इस संबंध में जानकारी मांगी जा रही है। इसके अलावा यह जानकारी भी मंगाई गई है कि विद्यार्थियों ने कौन-कौन से सेंटर्स पर परीक्षा दी थी।