भोपाल। नारकोटिक्स विभाग में डीएसपी रैंक की महिला अफसर स्मिता जोशी और उसके भाई डेनिश ताम्रकार की ओर से पेश अग्रिम जमानत याचिका को न्यायाधीश संजीव कालगांकर की अदालत ने गुरुवार को खारिज कर दिया।
महिला अफसर और उसके भाई पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस आरक्षक संतराज कुमार के साथ मारपीट कर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप है। संतराज की शिकायत पर महिला अफसर और उसके भाई के खिलाफ एमपी नगर थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 186 और 353 सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
यह था मामला
गौरतलब है कि 10 मार्च को सेंट्रल ब्यूरो आॅफ नारकोटिक्स नीमच में पदस्थ डीएसपी रैंक की महिला अफसर स्मिता जोशी, अपने भाई डेनिश ताम्रकर के पास अपनी बीमार मां को देखने पहुंची थी। वे भाई के घर अयोध्या नगर स्थित इंक्लेव सागर से अपनी अपनी मां को लेकर आंखों का आॅपरेशन कराने निकली थीं। सोमवार दोपहर ढाई बजे एमपी नगर चेतक ब्रिज के पास उनकी तवेरा जीप ने एक बाइक टकरा गई थी। बाइक और जीप में टक्कर के बाद स्मिता जोशी के भाई और बाइक सवार के बीच
बहस होने लगी। इस कारण सड़क पर जाम की स्थिति निर्मित हो गई। इस पर पुलिस कंट्रोल रूम वेन में तैनात पुलिस आरक्षक संतराज कुमार ने महिला के भाई को वाहन साइड में खड़ा करने को कहा था, इस पर महिला अफसर और आरक्षक के बीच विवाद हो गया, नतीजतन महिला अफसर ने अपने भाई डेनिश ताम्रकार के साथ मिलकर आरक्षक की पिटाई लगा दी थी।
करीब घंटेभर चलता रहा था तमाशा
घटना वाले दिन आरक्षक और महिला अफसर के बीच हुए विवाद के दौरान लोगों की खासी भीड़ लग गई थी, महिला खुद को एसपी बताकर मारपीट करती रही। इधर महिला अफसर का आरोप था कि उसके साथ आरक्षक ने दुर्व्यवहार किया है। इस दौरान पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई थी। इसके बाद एमपी नगर का एक एसआई तीन सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचा और विवाद शांत करवाकर सभी को थाने ले गया था।
जारी है जांच
एमपीनगर नारकोटिक्स महिला अफसर की शिकायत पर आरक्षक के खिलाफ पुलिस की जांच पूरी नहीं हो पाई है। जबकि उन्होंने अपने आवेदन में आरक्षक पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि अभी पूरे साक्ष्य मिलना बाकी है। उसके बाद ही इस मामले में प्रकरण दर्ज किया जाएगा।