भोपाल। मंत्री भूपेन्द्र सिंह का अपनी पत्नि के लिए टिकिट मांगने चलाया गया केंपेंन धरा का धरा रह गया। उन्हें आश्वासन तक नहीं मिला उल्टे सुषमा स्वराज ने हड़काकर वापस भेज दिया।
11अफसरों के नियमविरुद्ध तबादले के मामले में घिरे परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अपनी पत्नि सरोज सिंह के समर्थन में विधायक वीर सिंह पंवार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल भोपाल भेजा था। इसमें जिले और मंडल के कई भाजपा पदाधिकारी शामिल थे।
प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, सुषमा स्वराज और शिवराज सिंह चौहान तीनों से मिला। नरेन्द्र सिंह और शिवराज सिंह ने तो उन्हें ससम्मान इंकार करते हुए वापस भेज दिया परंतु सुषमा स्वराज उनके आग्रह पर उबल गईं। उन्होंने समर्थकों को बुरी तरह हड़काया और वापस रवाना कर दिया।
समर्थकों का दावा था कि इस लोकसभा सीट से सरोज सिंह के अलावा कोई प्रत्याशी जीत नहीं सकता। बावजूद इसके उनकी बात नहीं सुनी गई। अब देखना यह है कि अपने इस अपमान का बदला भूपेन्द्र सिंह और उनके समर्थक कैसे लेते हैं। क्या मिशन 29 का खेल यहां भी गड़बड़ा जाएगा।