‘चर्चित चेहरे’ की घोषणा: 25 प्रतिभाएं होंगी अलंकृत

भोपाल। दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय ने अपने अभिनव आयोजन ‘चर्चित चेहरे’ अलंकरणों की घोषणा कर दी। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ सन्तोष चौबे और बाबूलाल गौर सहित 25 प्रतिभाओं को ‘चर्चित चेहरे’ सम्मान से अलंकृत किया जायगा।

दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए संग्रहालय के सरंक्षक महेन्द्र चौधरी प्रवर परिषद की संयोजक ममता तिवारी और निदेशक राजुरकर राज ने बताया कि अनेक चरणों की बैठकों और उच्च स्तरीय निर्णायक समिति की अनुशंसा पर विविध विधाओं की 25 प्रतिभाओं को ‘चर्चित चेहरे’ से अलंकृत करने का निर्णय किया गया। इसमें अतिथि ‘चर्चित चेहरे’ से ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ और ‘उत्कृष्ट चर्चित चेहरेष’से सन्तोष चौबे को अलंकृत किया जायेगा। अन्य विधाओं के ‘चर्चित चेहरे’ प्रहलाद टिपाणिया लोक गायन, बाबूलाल गौर राजनीति मदन मोहन जोशी पत्रकारिता जयन्त देशमुख, मुम्बई सिनेमा उमाकान्त एवं रमाकान्त गुंदेचा संगीता मालती जोशी भोपाल साहित्य, प्रवीर कृष्ण प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शासन सुशील अग्रवाल डॉ टीएन दुबे यूरोलाजिस्ट चिकित्सा डॉ प्रकाश खातरकर बैतूल विज्ञान जीव सेवा संस्थान कमल चावला के रवीन्द्र रायपुर चित्रकला मनोज सिंह मीक डॉ विमल कुमार शर्मा फोरेंसिक विशेषज्ञ शोध शेखर सेन मुम्बई रंगमंच सीमारानी छत्तीसगढ़ सामाजिक सहभागिताए एवं असाधारण प्रतिभा के रूप में वासुदेव सरकार लगामार 25 घंटे गाने का रिकॉर्ड कनक शर्मा, कु सैयदा मासूमा फातिमाए 9 वर्ष की उम्र में स्केटिंग में राष्ट्रीय विजेता एवं चित्रांश वाघमारे भोपाल रचनात्मक क्षेत्र में उपलब्धि है।

अन्य विधाओं के चर्चित व्यक्तित्व भी अलंकृत

निदेशक राजुरकर राज ने बताया कि संग्रहालय अभी तक सामान्य तौर पर साहित्य और कला से सम्बद्ध विद्वानों को अलंकृत करता रहा है। लेकिन अब अन्य विधाओं के चर्चित व्यक्तित्वों को भी अलंकृत किया जा रहा है। अलंकरण समारोह 31 मई 2014 को आयोजित किया जायेगा। अलंकरण समारोह में चर्चित चेहरे पर लघु फिल्म का प्रदर्शन करते हुए अलंकृत किया जायेगा। समारोह के दौरान नृत्य, संगीत, गायन, मिमिक्री आदि की आकर्षक प्रस्तुति भी होगी। इसमें ध्वनि और प्रकाश का विशेष उपयोग किया जायेगा। उन्होंने बताया कि संग्रहालय द्वारा आरम्भिक चरण में प्रविष्टियां आमंत्रित की गई। उसके बाद दो चरणों में परामर्श समिति की बैठकें हुईं। जिसमें अनेक नामों की अनुशंसा की गई। उसके बाद के चरण में चयन समिति ने अन्तिम रूप से प्रत्येक विधा में पांच पांच नामों का चयन किया गया। 23 मार्च की निर्णायक बैठक में अन्तिम रूप से चयन किया गया। निर्णायक समिति में मुम्बई से चर्चित सिने गीतकार अभिलाष इतनी शक्ति हमें देना दाता दिल्ली से आधुनिक साहित्य पत्रिका के सम्पादक आशीष कंधवे और रायपुर से वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार एवं सद्भावना दर्पण के सम्पादक गिरीश पंकज शामिल थे। संग्रहालय की ओर से निदेशक राजुरकर राज प्रवर परिषद की संयोजक ममता तिवारी और प्रबन्ध परिषद के सदस्य पुरुषोत्तम श्रीवास बैठक में शामिल हुए। 
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