पथरिया। दमोह जिले की पथरिया सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र में बीएमओं डा.मिंज का प्रमोशन हो गया है। नई पोस्टिंग के आदेश आ गए हैं, वर्तमान पोस्ट से रिलीव भी कर दिया गया है। बावजूद इसके डॉ मिंज अपनी पोस्ट छोड़ने को तैयार ही नहीं। वहीं डटे हुए हैं। हाईट तो यह है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भी इस मामले में कुछ नहीं कर पा रहे हैं। कहते हैं हम क्या करें, मजबूर हैं।
डॉ मिंज करीब 20 वर्षो से इसी स्वास्थ केन्द्र में अपनी सेवायें दे रहें है। कई बार इनका तबादला हो चुका है पर रूक जाता है। शासन की स्थानांतरण की नीति भी इनका कुछ नही बिगाड़ पाती। चुनाव आयोग का डंडा तक इनकों नही हटा पाया। विभाग द्वारा जब प्रमोशन दिया तो प्रमोशन तो चाहिये पर वह भी पथरिया में रहकर होना चाहिये।
प्रमोशन के बाद इन्हे जिले के सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र तेदूखेड़ा पदस्थ किया गया। पर वहां भी बीएमओ साहब को अच्छा नही लग रहा और वह अपना पैर अंगद की तरह पथरिया में ही जमाये बैठे है। अभी तो साहब स्वास्थ केन्द्र से ज्यादा तबादला रूकवानें में व्यस्त हैं।
अब देखना यह होगा कि बीएमओं साहब की चलती है या फिर प्रशासन की अगर प्रमोशन के बाद भी उन्हें पथरिया में रखा जाता है तो शासन की जो भी तबादला नीति है वह मात्र कागजी साबित होगी। वही सोचने वाली बात होगी कि जब ऐसे अधिकारी को जब शासन, प्रशासन व चुनाव आयोग नही हटा पाया। तो अब शायद ही हट पायेगे।
यह साबित हो जायेगा कि कर्मचारी जहां पर भी चाहें वह अपनी नौकरी पूर्ण रूप से कर सकता है। सिर्फ पैसा होना चाहिये। क्या शासन प्रशासन ऐसे अंगद की तरह पैर जमाये अधिकारी को हटा पाने का साहस जुटा पायेगा जो एक जनचर्चा का विषय है।
मुख्यचिकित्सा अधिकारी दमोह से जब इस संबध में मोबाईल से बात की गई तो उनका कहना है आपरेशन के दिन भी ओपीडी तो खुलना चाहिये हमनें तो कई बार बोला पर वहां के बीएमओं मनमानी कर रहें है। जबकि पथरिया बीएमओं को हम रिलीव भी कर चुकें लेकिन ना जानें क्यों वह यही डटे हुये है।