भोपाल। राजधानी की एक सरकारी डिसपेंसरी का डॉक्टर अपनी अधीनस्थ महिला कर्मचारी का यौन शोषण करना चाहता था। वो महिला को देररात तक रुकने के लिए बाध्य करता, फोन पर अश्लील बातें करता। जब शिकायत की तो धमकी देने लगा और आश्चर्यजनक तो यह कि पुलिस ने भी शिकायत के 2 साल बाद मामला दर्ज किया।
डॉक्टर महिला को अश्लील कॉल करता था जो उसने रिकॉर्ड कर लीं। चंडीगढ़ की लैब में जांच की गई और ये साबित हो गया कि आवाज डॉक्टर की ही थी। इसके बाद डॉक्टर पर यौन उत्पीड़न और महिला को धमकाने का केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी डॉक्टर आरएस परिहार को हिरासत में ले लिया गया है।
महिला ने 2012 में मामला दर्ज कराने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया था। महिला के पति की मौत हो चुकी है। उसके मुताबिक बाकी स्टाफ के चले जाने के बाद डॉक्टर उसे डिस्पेंसरी में रुकने के लिए बाध्य करता था।
महिला ने पुलिस को बताया कि डॉक्टर ने उससे भोपाल में मकान लेने को कहा जबकि वो रोजाना विदिशा से आती थी। डॉक्टर ने कहा कि मकान का किराया वो दे देगा। महिला ने कहा कि उसने केस दर्ज होने तक डॉक्टर को सहन किया।