भोपाल। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी 10 फरवरी से दो दिन की हड़ताल पर रहेंगे। कर्मचारी संगठनों तथा प्रबंधन के बीच वेतन वृद्धि पर सहमति नहीं बन पाने के कारण हड़ताल पर जाने का निर्णय किया गया है। यह जानकारी नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडल्यू) और यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स (यूएफबीयू) के पदाधिकारियों ने दी।
यूएफबीयू के संयोजक एम वी मुरली ने कहा कि मुख्य श्रम आयुक्त के समक्ष कर्मचारी संगठनों तथा इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) के बीच हुई बैठक में मामले का कोई सौहार्दपूर्ण हल नहीं निकला। उन्होंने कहा कि यूएफबीयू ने वेतन समीक्षा की मांग को लेकर 10 फरवरी से दो दिन की देशव्यापी हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है।
एनओबीडब्ल्यू के महासचिव अश्विनी राणा ने कहा कि बैंक प्रबंधन ने जो पेशकश की है वह बढ़ती मुद्रास्फीति के अनुरूप नहीं है, इसीलिए यूनियन विरोध करने को मजबूर है। इससे पहले, 14 दिसंबर को वेतन समीक्षा पर आईबीए के साथ बैठक बेनतीजा रहने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारी 18 दिसंबर को एक दिन की हड़ताल पर थे। कर्मचारियों के वेतन वृद्धि का मामला नवंबर 2012 से अटकी पड़ी है।
यूएफबीयू नौ बैंक कर्मचारियों तथा अधिकारियों के यूनियन का साझा मंच है। देश में सार्वजनिक क्षेत्र के 27 बैंक हैं जिनमें करीब 8 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं।