राजगढ़ से प्रेम वर्मा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली से बांटे जाने वाले केरोसिन में घालमेल करने वाले प्रसाद ऑयल एजेंसी के संचालक एवं केरोसिन के थोक डीलर सुशील प्रसाद की गिरफ़्तारी अब तक नहीं हो सकी है।
न्यायालय के द्वारा जारी गैर जमानती वारंट के बाद पुलिस आरोपी को नहीं तलाश सकी है। पुलिस के अनुसार अगर आरोपी आत्म समर्पण नहीं करता तो उसकी सम्पत्ति कुर्क की जा सकती है। जानकारी के अनुसार 25 फरवरी के पहले आरोपी की गिरफ़्तारी नहीं हुई तो पुलिस के आवेदन पर न्यायालय आरोपी की ब्यावरा, भोपाल आदि की सम्पत्ति को कुर्क करने के आदेश दे सकती है। पुलिस का यह भी कहना है कि आरोपी को पकड़ने के लिए मुनादी कराने के साथ ही सादे कपड़े में जवान तैनात किए गए है।
ब्यावरा की प्रसाद ऑयल एजेंसी द्वारा जिले में कई सहकारी समितियों को केरोसिन तेल वितरित किया जाता था। कुछ महीने पहले कई समितियों एवं उचित मूल्य दुकान प्रबंधकों ने थोक डीलर द्वारा कोटे का तेल उन्हें नहीं देकर कालाबाजारी करने का आरोप लगाया था। इस बारे में जाँच में गड़बड़ी मिलने पर जिला खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय ने डीलर के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने एक सप्ताह पहले आरोपी को पकड़ने के लिए उसके ब्यावरा,भोपाल के ठिकानों पर दबिश दी थी लेकिन आरोपी को नहीं पकड़ा जा सका।
इस दौरान न्यायालय ने भी आरोपी की गिरफ़्तारी के लिए मियादी वारंट जारी किया है लेकिन पुलिस का कहना है कि हर मुमकिन कोशिश के बाद आरोपी गिरफ्तार नहीं हो पा रहा है।
पुलिस अधीक्षक सुशांत कुमार सक्सेना के अनुसार आरोपी की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस ने कई जगह तलाशी ली है। साथ ही सादे कपड़े में पुलिस वाले भी उसके ठिकानों पर तैनात किए है। अगर वह गिरफ्तार नहीं हुआ तो उसके खिलाफ न्यायालय में कुर्की आदेश के लिए अपील करेंगे।