भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में फर्जी नियुक्तियों की जांच लोकायुक्त विशेष पुलिस ने शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच के अनुसार विवि प्रशासन ने नियुक्तियों से पहले वित्त विभाग का परामर्श लेने से इनकार कर दिया था ओल्ड सुभाष नगर निवासी शैलेंद्र सिंह ने लोकायुक्त संगठन में इन नियुक्तियों के खिलाफ शपथ पत्र के साथ शिकायत की थी। नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने भी लोकायुक्त पुलिस को 21 फरवरी को इस संबंध में शिकायत की थी। बताया जाता है कि लोकायुक्त पुलिस ने नियुक्तियों के कागजात भी जुटाना शुरू कर दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि 17 सितंबर 2013 को हुई विवि प्रबंध समिति की बैठक में पदों के सृजन के संबंध में जनसंपर्क आयुक्त राकेश श्रीवास्तव ने वित्त विभाग का अभिमत लेने को कहा था। इस पर विचार करने की बजाय विवि ने 19 सितंबर से 28 सितंबर के बीच नियुक्ति आदेश जारी कर दिए। यही नहीं, विवि ने 17 सितंबर की बैठक का कार्यवाही विवरण 23 अक्टूबर को आयुक्त जनसंपर्क को भेजा। खास बात यह है कि विवि के तत्कालीन कुलसचिव चंदर सोनाने ने 8 नवंबर के अपने पत्र में श्रीवास्तव के इस सुझाव को मानने से इनकार कर दिया था।