बैरसिया। अपनी मांगों को लेकर 10 से 19 फरवरी तक दस दिवसीय धरने पर बैठे ग्राम रोजगार सहायकों से शनिवार को स्थानीय विधायक विष्णु खत्री ने धरना स्थल पर पहुंचकर मुलाकात की ।
उन्होंनें रोजगार सहायकों से उनकी मांग के बारे में जानकारी लेते हुए आश्वासन दिया है कि वह प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव से मिलकर उनकी मांगों को पूरी करने के लिए मांग करेंगे। इसके बाद वह ग्राम हिनोतिया जागीर, बरखेडा, बीजापुर, चंदपुरा, राताखेड़ी, गनाखेड़ी, मजीदगढ़, गढ़ा ब्रह्माण, कोल्हूखेड़ी डांग पहुंचे। यहां पर ग्रामीणों ने सडक, पानी, बिजली और कुटीर की समास्याएं बताई। इस पर विधायक ने उनकी समास्याओं को शीघ्र निराकृत कराने का आसवासन दिया है।
पंचायतों का कामकाज प्रभावित, सिंधिया को ज्ञापन सौंपा
गुना। ग्राम रोजगार सहायकों की हड़ताल छटवें दिन भी जारी रही। ग्राम रोजगार सहायकों की हड़ताल के कारण पंचायतों में काम-काज प्रभावित हो रहा है। शनिवार को अपनी मांगों को लेकर रोजगार सहायकों ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्ञापन भी सौंपा।
ग्राम रोजगार सहायक संघ के बैनर तले हड़ताल कर रहे ग्राम रोजगार सहायकों का धरना-प्रदर्शन छटवें दिन भी जारी रहा। आज केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के शहर आगमन पर ग्राम रोजगार सहायकों ने उन्हें भी अपनी मांगों से युक्त एक ज्ञापन सौंपा। रोजगार सहायकों ने श्री सिंधिया को अवगत कराया कि प्रदेश सरकार द्वारा उनके साथ भेदभाव किया जा रहा हैं। रोजगार सहायकों ने बताया कि शासन द्वारा मजदूरों की मजदूरी में बढ़ोत्तरी करते हुए 146 रूपए से बढ़ाकर 157 रूपए प्रतिदिन कर दी गई है। जबकि ग्राम रोजगार सहायक डिग्री डिप्लोमाधारी हैं, उनको मात्र 106 रूपए प्रतिदिन मानदेय प्राप्त होता है।
प्रभावित हो रहे काम
ग्राम रोजगार सहायकों की हड़ताल से पंचायतों में कामकाज प्रभावित होने लगे हैं। जिले की 425 पंचायतों में काम प्रभावित हो रहे हैं। मसलन ग्रामीण मजदूरों को कार्य नहीं मिल पा रहा तथा मजदूरों को भुगतान समय पर भी नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणजनों को मनरेगा के अलावा अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में ग्राम रोजगार सहायक सहायता करता था, इस कारण ग्रामीणों के पेंशन, समग्र सुरक्षा कार्यक्रम, बीपीएल एवं मनरेगा की उपयोजना आदि कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
मांगे माने जाते तक करेंगे आंदोलन
ग्राम रोजगार सहायक संघ के बैनर तले आंदोलन कर रहे ग्राम रोजगार सहायकों ने बताया कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक वे आंदोलन करेंगे। चाहे सरकार उन्हें हटा ही क्यों न दें। आंदोलन निरंतर चलता रहेगा। सरकार की तरफ से बार-बार चेतावनी मिल रही हैं, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे। आगे आंदोलन को उग्र किया जाएगा।