ग्वालियर। पुरानी छावनी क्षेत्र में पहाड़ पर स्थित करीब 150 साल पुराने अंग्रेजी फौज के एतिहासिक कब्रिस्तान को भू माफिया ने निगल लिया है। इन दिनों इस कब्रिस्तान पर खेती चल रही है और शीघ्र ही यहां प्लॉट काटने की प्लानिंग है।
आगरा मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग से केवल 100 मीटर की दूरी पर कब्रिस्तान के पहाड़ को काटकर खेत में तबदील कर दिया है। खेत पर अवैध रूप से खेती भी की जा रही है। कब्रिस्तान के मात्र अवशेष बचे हैं। चार बीघा में फैले इस कब्रिस्तान की कीमत 10 करोड़ से अधिक बताई जाती है। अब प्लाट काटने की तैयारी भी चल रही है। अपर कलेक्टर राजस्व तरूण भटनागर की जानकारी में मामला लाने पर उन्होंने मामले की पड़ताल कराकर कार्यवाही की बात कही है।
चौकी प्रभारी ने ही दर्ज कर ली अपनी चौकी पर हमले की झूठी रिपोर्ट
ग्वालियर। दिल्ली से आई रेलवे की बिजलेंस टीम ने डबरा आरक्षण कार्यालय पर छापा मारकर कथित रूप से सौरभ गुप्ता नामक युवक को टिकट बनवाने का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर आरपीएफ चैकी प्रभारी ओमकार त्रिपाठी को सौंप दिया।
बिजलेंस टीम के सवइंस्पेक्टर बीएस चौहान, सुशील कुमार, मानस घोष, दीपक कुमार ने स्टेशन पर आरक्षण कार्यालय के बाहर से युवक को पकड़ना बताया। युवक को आरपीएफ चौकी में बिठाया गया। वहां कुछ 5-6 लोग उसके समर्थन में चौकी प्रभारी से बात करने पहुंचे, इस बीच कुछ आरोप प्रत्यारोप लगे।
मुंह बाद होने के बाद युवकों के जाने के बाद आरपीएफ चौकी प्रभारी ओमकार त्रिपाठी ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं कमांडेंट को गलत जानकारी देकर चौकी पर हमला होने की बात प्रचारित कर दी। चूंकि पकड़े गये युवक से कथित बरामद टिकट चौकी प्रभारी की टेबिल से गायव हो गये थे। सो विभागीय कार्यवाही से बचने के लिये चौकी प्रभारी ने टीआई, एसपी, कमांडेंट एवं रेल अधिकारियों को गुमराह कर करीब 50-60 अज्ञात लोगों के नाम से हमला करना, शासकीय कार्य में बाधा आदि धाराओं में मामला दर्ज करा दिया।
मीडिया के करीब एक दर्जन लोग पूरे घटना के समय स्टेशन पर मौजूद थे न चौकी पर हमला हुआ न किसी ने बाधा डाली एक मामूली टिकट ब्लैक करने वाले युवक के मामले को इश्यु बनाकर बात का बतंगड़ बना दिया। रेलवे बिजलेंस टीम ने कथित दलाल को पकड़कर टिकट काला बाजारी का आरोप लगा दिया परंतु टिकट जप्त नहीं किये या लापरवाही से कहीं गुम हो गये हैं, इस बात को छुपाने के लिये रेल पुलिस अधिकारियों ने निर्दोष 50 लोगों को आरोपी बना दिया और कुछ प्रेस वालों को गलत जानकारी देकर गुमराह कर पुलिस चौकी पर हमला करने की बात बता दी।
जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पुलिस चौकी पर हमला नहीं हुआ। सामने जीआरपी चौकी है वहां पूरा स्टाफ बैठा था। स्टेशन सुपरिटेंडेंट मीणा मौके पर मौजूद थे अन्य यात्री मौजूद थे। जरा सी बात को अधिकारियों को गुमराह कर राई का पहाड़ बना दिया। सौरभ के परिजनों ने मंडल रेल प्रबंधक, जनरल मैनेजर उत्तर मध्य रेलवे एवं आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से निष्पक्ष जांच व कार्यवाही की मांग की है।
दुष्कर्म के आरोपी वकील को कोर्ट ने दी जमानत, एक जेल गया
ग्वालियर। कुछ दिन पूर्व 1 जनवरी 14 को विश्व विद्यालय थाने में यूपी जालौन की निवासी महिला शिक्षिका हाल ग्वालियर के साथ दुष्कर्म के आरोप में पकड़े वकील कौशल गुर्जर निवासी अमलतास काॅलौनी को विशेष न्यायालय ने 50 हजार रूपये के निजी मुचलके और 50 हजार की जमानत पर रिहा करने के आदेश दिये, इसके बाद सीजेएम राजेन्द्र चैरसिया की कोर्ट में जमानत भरने के बाद शाम को जेल से रिहाई का परवाना जारी कर दिया। विशेष न्यायाधीश संगीता मदान के यहां मामले की सुनवाई हुई, इस दौरान न्यायालय के बाहर बड़ी संख्या में वकील एकत्रित थे। वकीलों का तर्क था कि उच्चतम न्यायालय ने एक फैसले में आदेश दिया है कि ऐसे मामले जिनमें महिला व पुरूष एक दूसरे को पहले से जानते हों, पुलिस को जांच करने के बाद ही प्राथमिकी दर्ज करानी चाहिए। लेकिन इस मामले में पुलिस ने सीधे प्राथमिकी दर्ज कर ली। उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर आरोपी को जमानत दी जानी चाहिए। इस आधार पर जमानत दे दी गई। जिला न्यायालय में वकील की जमानत को लेकर काफी वकील एकत्रित हुये थे। वकील कौशल गुर्जर पर महिला शिक्षक को शराब पिलाकर बलात्कर करने का प्रकरण दर्ज किया गया था। इससे पूर्व आरोपी वकील कौशल गुर्जर की ओर से जमानत अर्जी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने खारिज कर दी इसके बाद जिला न्यायाधीश के यहां अर्जी लगाई गई, जिसे सुनवाई के लिये विशेष न्यायालय भेज दिया गया। आरोपी की ओर से एड्वोकेट विनोद भारद्वाज, अंकुर मोदी और प्रेम सिंह भदौरिया ने मामले को संदिग्ध बताते हुये आरोपी को जमानत पर छोड़ने की मांग की। इसी आरोप में एक अन्य बेहट के रोशन को विशेष न्यायालय द्वारा जेल भेज दिया गया। इस मामले में थाटीपुर थाने में शादी का झांसा देकर आरोपी महिला को उदयपुर राजस्थान ले गया और दुष्कर्म किया। बाद में शादी से इन्कार कर दिया।
फुटपाथ पर सामान रखने पर होगी एफआईआर
डबरा। तहसील सभागार में एसडीएम अनुराग चैधरी द्वारा लगातार ली जा रही बैठक में सबको साथ लेकर चलने के लिये माहौल बनाया जा रहा है, हाथ ठेले, सब्जी विक्रेता एवं लघु व्यापार करने वालों को अलग-अलग बुलाकर एसडीएम द्वारा समस्यायें सुनकर निराकरण के निर्देश दिये जा रहे हैं। नगर विकास के लिये आने वाले सुझावों को संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर कार्यवाही के लिये कहा जा रहा है। एसडीएम चैधरी ने शहर की सुन्दरता और विकास के लिये चेतावनी देते हुये कहा कि बैठक में तय निर्णयों पर किसी ने अमल नहीं किया तो मैं जेल भेज दूंगा। दुकानदारों द्वारा सीमा से आगे बढ़कर सामान रखने पर भी एफआईआर कराई जायेगी। ओबरब्रिज सुभाषगंज व जवाहरगंज की सड़कों पर गार्डर लगाकर भारी वाहनों का प्रवेश रोका जायेगा। पुराना गाड़ी अड्डा रोड़ व मदरसा रोड़ पर ठेले वालों को जगह दी जायेगी। बाजारों के दुकानदार सड़क पर कचड़ा नहीं फेंक पायेंगे। नगर में कम्पनियों द्वारा किये जा रहे कार्र्याें खुदाई एवं अन्य विकास कार्यों की हर माह बैठक कर समीक्षा की जायेगी। सराफा बाजार के फुटपाथ पर सामान रखने वाले दुकानदारों पर सामान जप्त कर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
सड़क पर दौड़ रहे ट्रेक्टर ट्राली बने मौत के सौदागर
डबरा। कृषि कार्य के लिये मंजूर टेªक्टर ट्राली से कई धान मिल, दाल मिल संचालक व्यवायिक उपयोग कर रहे हैं। किसानों के नाम पर टेªक्टर लेकर धड़ल्ले से व्यापार के लिये उपयोग नियम विरूद्ध किया जाता है। बेलगाम चलने वाले ट्रेक्टरों से कई दुघर्टनायें हो चुकी हैं, अधिकांशतः खेत में काम करने वाले मजदूर टेªक्टर चलाते हैं, जिनके पास लायसेंस तक नहीं होता। पुलिस द्वारा इनकी वैधता और लायसेंस की जांच नहीं की जाती। तेजी से दौड़ते टेªक्टर जिनमें ब्रेक बहुत कम होते हैं, कई बार दुर्घटनाओं का कारण बने हैं। बिना लाइट, बिना हाॅर्न एवं बिना प्रशिक्षित चालक के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा मुख्य सड़कों पर टेªक्टर चलाये जाते हैं, किसान पुल पर अथवा मुख्य मार्गों के किनारे टेªक्टर रखकर यातायात को बाधित करते हैं। टेªक्टर पर तेज आबाज में डैक ड्रायवरों द्वारा बजाते हुये चलाये जाते हैं, जिससे उन ड्रायवरों को पीछे आने वाले वाहनों और साइड मांगने वाले वाहनों के हाॅर्न सुनाई भी नहीं पड़ते, जिससे कई बार विवाद होते हैं। मौत के सौदागर बने टेªक्टरों पर प्रशासकीय नियंत्रण आवश्यक है। ताकि दुर्घटनायें न हों।
15 दिन में उखड़ गई सड़क
ग्वालियर। व्यापार मेले में आने वाले सैलानियों के लिये बनाई गई सड़क 15 दिन में उखड़ना शुरू हो गई है, मेला प्राधिकरण सचिव की जानकारी में आने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं गई है। माधवराव सिंधिया व्यापार मेले की कमान इस बार प्रशासनिक अधिकारियों के पास है। दुकानों के आबंटन पर पहले से आरोप लग रहे हैं, जबकि सड़क उखड़ने के बाद भी ठेकेदार पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही। मेला प्राधिकरण अध्यक्ष व संभाग आयुक्त केके खरे ने मामले की जानकारी मिलते ही कार्यवाही के निर्देश दिये हैं।
विधवा को देवर, सास ने निकाला घर से
डबरा। महावीर कालौनी वनखण्डेश्वर स्कूल गली नं. 2 में रहने वाली दीक्षा पत्नी स्व. नीतेश जाट की देवर व सास ने मारपीट करते हुये, घर से बाहर निकाल दिया। विधवा महिला दीक्षा ने बताया कि 2007 में मेरे पति की सड़क दुर्घटना में मौत होने पर सास, देवर, ससुर तथा अन्य रिश्तेदार निवासी कमलेश्वर काॅलौनी व दो अन्य लोग आयेदिन परेशान कर मारपीट करते हैं तथा एक माह पूर्व मुझे घर से निकाल दिया। तब से मैं अपने पिता अजायव सिंह बुजुर्ग रोड़ डबरा के यहां रह रहीं हूँ। घर वापिस आने पर देवर एवं सास ने मारपीट करते हुये मुझे और मेरे आठ वर्षीय बालक को घर से निकाल दिया। महिला के भाई द्वारा पुलिस को सूचना देने पर पुलिस ने आकर महिला को घर के अंदर कराया।
रंजिशन युवक की मारपीट
डबरा। शिव कालौनी निवासी विजय राजपूत पुत्र संजीव राजपूत को अपने घर से जाते समय पुराने रंजिश के आधार पर लाली गुर्जर, पुलिन्दर गुर्जर, भूपेन्द्र उर्फ देव गुर्जर तथा दो अन्य लोगों ने गालियां देते हुये, लाठी, सरियों से मारपीट करदी और जान से मारने की नियत से बंदूक से फायर भी किया। अस्पताल से प्राथमिक चिकित्सा के बाद युवक को ग्वालियर रिफर कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।