व्यापमं के जरिए होगी एसआर्इ् की परीक्षा

भोपाल। मप्र में दरोगा बनाने के लिए एक बार फिर से शासन ने व्यापमं पर अपना भरोसा जताया है। एसआई बनाने के लिए व्यापमं को देकर पुलिस से शारीरिक दक्षता की परीक्षा के अंक भी छीन लिए हैं। पुलिस मुख्यालय की चयन शाखा अब केवल दिखावे की रह गई है। यह साक्षात्कार करवाकर अंक व्यापमं को भेजेगी।

वही परीक्षा की चयनित सूची बनाकर नए थानेदारों को चयन करेगी। यह ऐसे समय किया जा रहा है जब व्यापमं की विश्वनीयता पर गहरे दाग लग रहे हैं। व्यापमं ने 2013 में उपनिरीक्षक, प्लाटून कमांडर और सूबेदार चयन परीक्षा के आवेदन मांगे हैं। इस बार 622 पद स्वीकृत किए गए हैं। इसमें सभी वर्ग से आवेदन मांगे हैं। कई बदलाव किए हैं।

पांच फिजिकल टेस्ट थे

2009 से आयोजित होने वाली सब इंस्पेक्टर परीक्षा में मजबूत फिजिकल परीक्षा होती थी। दौड़ में 100 मीटर और 15 सौ मीटर दो रनिंग थीं। इसके बाद गोला फेंक से प्रतियोगियों की बाजू की ताकत नापकर हाईजंप और लॉन्ग जंप जैसा कठिन फिजिकल टेस्ट कराया जाता था। परीक्षा 100 अंकों की होती थी। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए प्रतियोगी को 20-20 नंबर लाना अनिवार्य होता था। ऐसा न होने पर उसे फेल माना जाता था। वहीं पूर्व की परीक्षा 310 नंबर की होती थी, जो अब 210 नंबर की रह गई है।

दो मिनट 40 सेकेंड दौड़ और हो गया फिजिकल

शासन ने इस बार थानेदार बनाने के लिए सबसे ज्यादा मजाक शरीरिक दक्षता परीक्षा को लेकर किया है। इस पर पूर्व में होने वाले सभी फिजिकल टेस्ट को हटा दिया गया है। इस बार केवल 800 मीटर की दौड़ रखी गई है। जिसे 2 मिनट 40 सेकंड में पूरा करने वाले प्रतियोगी को क्वलीफाई माना जाएगा। इसके लिए उसको किसी भी प्रकार के अंक मुहैया नहीं कराए जाएंगे।

ट्रेनी पीसी नहीं लेंगे परीक्षा में भाग

2013 की एसआई और सूबेदारी की परीक्षा में वे प्रतियोगी हिस्सा नहीं ले पाएंगे, जो 2012 की एसआई परीक्षा में शामिल हुए थे और उनका चयन पीसी और सब इंस्पेक्टर (फिंगरप्रिंट) के लिए हुआ था, जबकि हर साल प्रशिक्षु अपनी रैंकिंग सुधारने के लिए परीक्षा में शमिल होते आए हैं। लेकिन इस बार उनको 2013 की परीक्षा में बैठने पर रोक लगा दी है। इसमें गृह मंत्रालय ने इन परिक्षार्थिओं को इस परीक्षा के अयोग्य बताया है कि इसका कारण बताया जा रहा है कि एसआई, पीसी और फिंगर प्रिंट के एसआई का वेतन भत्ता समान होता है। फिर यह टेनी इस परीक्षा में शामिल क्यों होना चाहते हैं।

सिपाही-एसआई का एक जैसा फिजिकल टेस्ट

इस बार व्यापमं के मनमाने रवैये के कारण एसआई और सिपाही के फिजिकल टैस्ट में कोई अंतर नहीं रखा है। ऐसा व्यावहारिक रूप से सही नहीं है। पुलिस आरक्षक बनने के लिए भी केवल 800 मीटर दौड़ को 2 मिनट 40 सेकंड में पूरा करना होता है, जबकि एसआई परीक्षा की एक अपनी अलग गरिमा है।

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