भोपाल। आगामी लोकसभा चुनाव में बेटर परफामेंस दिखाने के लिए कांग्रेस के तमाम दिग्गज भारत की चिंता छोड़कर कांग्रेस की चिंता करने निकलेंगे। कांग्रेस के ज्यादातर मंत्री इस्तीफा देकर पार्टी का काम करेंगे। इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हैं।
सनद रहे कि विधानसभा चुनावों के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कांग्रेस में अचानक से जोश दिखाई दिया था परंतु टिकिट वितरण के समय हुई गुटबाजी के बाद सिंधिया अचानक बेकफुट पर चले गए और मध्यप्रदेश में कांग्रेस का एक प्रकार से सूपड़ा ही साफ हो गया।
हाईकमान को मालूम है कि यदि लोकसभा चुनावों में भी मध्यप्रदेश में कांग्रेस की हालत यही रही तो ना केवल केन्द्र में सरकार नहीं बन पाएगी बल्कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।
वेंटिलेटर पर पड़ी कांग्रेस में जान फूंकने के लिए हाईकमान अपने तमाम दिग्गजों को दांव पर लगाने जा रहा है। सभी दमदार मंत्रियों को मंत्री पद छोड़कर पार्टी के काम पर लगाया जा रहा है। इसी क्रम में सिंधिया को भी इस्तीफे के लिए तैयार रहने के संकेत दे दिए गए हैं। वो किसी भी समय इस्तीफा दे सकते हैं परंतु इसके बाद वो मध्यप्रदेश में क्या जिम्मेदारी देखेंगे फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है।