भोपाल। पहले चुनाव आचार संहिता और फिर व्यापमं घोटाले के नाम पर दुग्ध संघ की भर्ती प्रक्रिया को शुरू ही नहीं किया जा रहा है। चुनावों में जब सीएम नौकरियों की बात करते तो तमाम प्रतीक्षार्थी सपनों में खो जाया करते थे परंतु अब तो उनको नींद भी नहीं आ रही है।
दुग्ध संघ के प्रतीक्षार्थियों का धैर्य अब टूटने लगा है। वो एक बार फिर मुख्यमंत्री की ओर देख रहे हैं, इसलिए क्योंकि चुनाव के दौरान शिवराज सिंह ने ही कहा था कि अपने प्रत्याशी को नहीं मुझे देखो परंतु न्याय की प्रत्याशा धूमिल होती जा रही है। देखना यह है कि इस ध्यानाकर्षण के बाद ही भी इस प्रक्रिया में कोई गति आती है या यह मामला भी मध्यप्रदेश में चल रहे कथित नौकरी घोटाले का हिस्सा बनेगा।
पढ़िए एक प्रतीक्षार्थी का खुला खत जो भोपाल समाचार के माध्यम से ध्यानाकर्षण हेतु प्रेषित किया गया है।
माननीय मुख्यमंत्रीजी
सादर नमस्कार
विषय -दुग्धसंघ की भर्ती प्रक्रिया रुकीहुई कब तक पूरी करवाएगे
माननीय मुख्यमंत्रीजी चुनाव के बाद आशा थी की बहुत जल्द ही दुग्धसंघ की भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई चालू हो जाएगी। सोच रहे थे शायद चुनाव के चलते भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई है इसी उल्लास के साथ आपको तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाकर लगा की हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया का रास्ता अब तो खुल गया है अब हमारी भी सर्विस होगी फिर ये व्यापम घोटाला आया इसमें मेरा क्या दोष।
माननीय मुख्यमंत्रीजी इस घोटाले की आग की लपटों से निर्दोषों का भविष्य सुरक्षित कर मुख्यमंत्रीजी सर्विस दे दीजिए अब तो इंतिजार की इन्तिहा हो गई है आस टूटती जा रही है जिनका लिस्ट में नाम आ चुका है ज्वाइन करा दीजिए जाँच प्रक्रिया को चालू रहने दीजिए कहते है अति देर से मिला इसाफ भी तो अपराध की श्रेणी में ही तो आता है।
धन्यवाद
विवेका नन्द मिश्र
दुग्धसंघ की भर्ती प्रक्रिया टेक्नीशियन पोस्ट में इंतिज़ारकर्ता
