भोपाल। राज्य सरकार ने 1 जनवरी से जहां प्रदेश भर के अंत्योदय कार्डधारियों को 1 रुपये किलो चावल, गेहूं तथा नमक देने की शुरुआत कर दी है, वहीं आगामी एक अप्रैल से प्रदेश भर के सहकारी उपभोक्ता भंडारों सहित राशन कार्डों को भी हाईटेक बनाने की कवायद शुरू कर दी है।
इसके तहत उपभोक्ता भंडारों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सारा हिसाब किताब आनलाइन किया जाएगा। गौरतलब होगा कि प्रदेश के 51 जिलों सहित सभी ब्लॉकों में नए साल के पहले ही दिन से अंत्योदय कार्ड धारकों को 1 रुपये किलो अनाज (गेहूं, चावल तथा नमक) की शुरूआत के साथ ही प्रदेशभर के सहकारी उपभोक्ता भंडारों को हाईटेक बनाने की तैयारी भी तेजी से शुरु हो चुकी है। इसके तहत 1 अप्रैल से जहां राशन कार्डों को मास्टर कार्ड का रूप दिया जायेगा वहीं दुकानों पर स्वीप मशीन रखी जाएगी। इसके साथ ही कालाबाजारी पर अंकुश लगाने की गरज से यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाये जाएंगे।
जानकारियों से भरे होंगे कार्ड
उपभोक्ताओं को दिए जाने वाले मास्टर राशन कार्ड में पूरा हिसाब रहेगा। इन कार्डों में उपभोक्ताओं का पूरा डाटा रहेगा, जिसे राशन दुकानों पर रखी मशीनों पर स्वीप करते ही उसको मिलने वाले राशन की जानकारी एक स्लिप के माध्यम से मिल जाएगी। इसमें उपभोक्ता के परिवार और श्रेणी आदि का भी उल्लेख होगा। इससे जहां पेपर लेस कार्यप्रणाली को बढावा मिलेगा, वहीं उपभोक्ता भंडार में होने वाली गडबडियों को रोका जा सकेगा। सूत्रों के अनुसार इसके बाद राशन कार्ड धारकों की अन्य श्रेणियों को भी 1 रुपये किलो चावल, गेहूं तथा नमक की योजना में शामिल किया जाएगा।