भोपाल। सतना जिले के एक सरकारी स्कूल में भारत के राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी के अवसर पर झंडावंदन तक नहीं हुआ। शिकायत मिली है कि इस स्कूल के प्रधानाध्यापक महोदय किसी दबंग नेता के रिश्तेदार हैं और इसी के चलते मनमानी किया करते हैं।
इस मामले में भोपाल समाचार को मिले एक शिकायती ईमेल में शिकायत के समर्थन में कई फोटो एवं सरकारी दस्तावेजों की स्केनकॉपी अटैच की गईं हैं। हम उन्हें प्रकाशित करने के बजाए सीधे सीधे वह शिकायत शब्दश: सामने ला रहे हैं जो भोपाल समाचार को प्राप्त हुई। आप भी पढ़िए क्या कुछ लिखा है इस शिकायत में:—
बृजभानबागरी, प्रधानाध्यापक शाप्राशा अठबरही, संकुल केन्द्र हाई स्कूल गौहानी, विकासखण्ड मझगवां, जिला सतना मे पदस्थ है। अपने आप को एक पूर्व जनप्रतिनिधि का रिश्तेदार कहते है, और इसी रिश्तेदारी की आड़ मे लगातार कई वर्षो से अपने कर्तव्यों, दायित्वों का निर्वाहन नही करते है, और न ही किसी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्यवाही उनको परवाह होती है।
ऐसा नही है कि बृजभान बागरी की इन अनियमितिताओं की खबर शासन प्रशासन को नही है, बल्कि इनकी शिकायत सैकड़ो बार स्थानीय प्रशासन से लेकर म.प्र. शासन तक हुयी है लेकिन इन पर कोई भी अनुशासनात्मक कार्यवाही करने पर जिले के आला अधिकारियो के हाथ कांप गये। तेज तर्रार पूर्व जिला पंचायत सीईओ विवेक पोरवाल ने बृजभान बागरी की अनियमितिताओ की जांच कराकर प्रधानाध्यपक पद से हटाकर कार्यवाही तो की थी पर उनके जाने के कुछ समय बाद ही बृजभान बागरी को पुनःप्रधानाध्यापक बना दिया गया।
वर्तमान में भी बृजभान बागरी कभी कभार ही विद्यालय आते है, और अपनी दबंगई के चलते पूर्व के अनुपस्थित दिवसों मे हस्ताक्षर कर लेते है। संलग्न उपस्थिति पंजी की फोटो से स्पष्ट है। शाला की मरम्मत व रंगसज्जा का कार्य कई वर्षो से न हाने के कारण शालाकी स्थिति खण्डहर जैसी है, जबकि इस कार्य के लिये प्रतिवर्ष पर्याप्त राशि जारी की जाती है। अपने रसूख के दम पर अधूरे शौचालय की सीसी जारी कराकर आधी से अधिक राशि बृजभान बागरी द्वारा हजम की गई है।
इसके बाद से ही बृजभान बागरी की दबंगई के साथ साथ लापरवाही और अनियमितिताओं मे भी तेजी आई। गणतंत्र दिवस की तैयारियों और जिले मे जेआरएम के दौरे के चलते पूरा जिला प्रशासन बेहद गंभीर था और जिले भर की शालाओं की साज सज्जा और पठन पाठन की व्यवस्था को चुस्त दुरस्त करने मे लगा था, तब भी दबंग प्रधानाध्यापक बृजभान बागरी के कानों में जूं तक न रेंगी है।
हद तो तब हो गई जब बृजभान बागरी ने गणतंत्र दिवस की वर्षगांठ पर शाला परिसर मे ध्वजारोहण का कार्यक्रम तक नही किया। अध्यनरत् छात्र छात्राओं को प्रसाद तक की कोई व्यवस्था बृजभान बागरी द्वारा नही की गई। प्राशा मे पदस्थ अन्य शिक्षको और ग्रामीणे के कहने पर बगल से ही हाईस्कूल से प्रसाद की व्यवस्था की गई।
इस प्रकरण के आरोपित प्रधानाध्यापक महोदय को यदि लगता है कि यह शिकायत गलत है एवं उनको डिस्टर्ब करने के लिए या किसी अन्य उद्देश्य से भेजी गई है तो हम आशा करते हैं कि वो कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया शेयर करेंगे। वो यदि इस शिकायत का बिन्दुवार खंडन करना चाहते हैं तो कृपया editorbhopalsamachar@gmail.com पर ईमेल करें ताकि दूसरा पक्ष भी मध्यप्रदेश के समक्ष प्रस्तुत किया जा सके।
