भोपाल: लोग जिन्हे भगवान की तरह पूजते थे, उन्हीं आसाराम बापू के पास 10 हजार करोड़ रुपए की लिक्विडिटी है। इसका अर्थ हुआ इस तरह का पैसा जिसका उपयोग कभी भी किया जा सकता है। इसमें प्रॉपर्टी शामिल नहीं है।
इस बात का खुलासा आज सूरत पुलिस ने किया है। शहर के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा, 'छापे के दौरान मिले दस्तावेजों की पड़ताल में साबित हुआ कि आसाराम के आश्रमों के पास बैंक खातों और अन्य निवेशों के रूप में 9,000 से 10,000 करोड़ रुपये तक की दौलत है।'
उन्होंने कहा, '10,000 करोड़ रुपये में जमीन की कीमत शामिल नहीं है।' अस्थाना के मुताबिक और भी दस्तावेज अभी हासिल किए जाने हैं और यह आंकड़ा बढ़ सकता है।
शहर पुलिस ने इसके अनुसार केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को मामले में आगे जांच के संबंध में सूचना दी है।
कुछ महीने पहले अहमदाबाद में आसाराम के एक आश्रम में पुलिस के छापे में हजारों दस्तावेज मिले जिनमें उनके वित्तीय लेनदेन का ब्योरा था।
आयुक्त ने कहा कि गुजरात में आसाराम की 10 जिलों में 45 स्थानों पर जमीन है। इसके अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के आठ जिलों में 33 जगहों पर उनकी संपत्तियां है।
उन्होंने कहा, 'सीबीडीटी, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को लेनदेन के बारे में सूचित कर दिया गया है। वे जांच में हमारी मदद करेंगे।' अस्थाना ने कहा कि ये दस्तावेज एक जगह से बरामद किए गए हैं और पता नहीं कि वह कहीं और भी कागजात रखते रहे हैं या नहीं। आसाराम और उनके बेटे नारायण साई बलात्कार के अनेक मामलों में सलाखों के पीछे हैं।