ग्वालियर। करीब 300 छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली संस्था संत कंवरराम शिक्षा समिति लंबे समय से विवादों के घेरे में हैं, करीब 3 रिटपिटीशन हाई कोर्ट में इस संस्था के विरूद्ध पेंडिग हैं, जिनमें आर्थिक अनियमितताओं एवं भाई-भतीजावाद पद का दुरूपयोग आदि के आरोप लगे हैं।
इसके साथ ही 9 प्रमुख पदाधिकारियों पर डबरा थाने में धारा 420, 467, 468 का प्रकरण भी दर्ज है, जो राजनैतिक प्रभाव में पुलिस से सांठगांठ कर दबा रखा है, इसके अलावा एक छात्रा को प्रताडि़त प्रबंधन द्वारा करने पर उसने रेल से कटकर आत्महत्या कर ली।
छात्र/छात्राओं से अवैध बसूली एवं अन्य अनियमितताऐं समय-समय पर सामने आई हैं, वर्षों पुरानी समिति के सदस्यों को मनमाने ढंग से फर्म एवं संस्थायें का सहयोग लेकर वरिष्ठ सदस्यों को बिना मतलब के आरोप लगाकर राजनैतिक गुंडागर्दी के दम पर समिति पर कब्जा कर लिया।
फर्म एवं सोसायटी से मिलकर समिति के सदस्यों ने स्थाई आजीवन न होते हुये भी अवैध रूप से स्वयं को समिति का पदाधिकारी घोषित कर दिया और सहायक रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी ने नियम विरूद्ध हुये कार्य को भी मंजूरी दे दी। समिति ने लिंग भेद के चलते छात्रों के लिये क्लास बंद कर दिये गये। विरोध हुआ लेकिन अधिकारी राजनैतिक दबाव में खामोश रहे।
वर्तमान में 300 बच्चियों के पालकों को भविष्य खतरे में दिख रहा है, समिति प्रबंधन ने करीब 4 माह पूर्व फाॅर्म रेगुलर क्लास के भरवाये थे, फीस रेगुलर क्लास की जमाकर बकायदा रसीद दी गई, उसके बाद तकनीकी खराबी बताकर पेपर से एक पूर्व रोल नं. प्रायवेट के बांटे गये, छात्राओं द्वारा हंगामा करने पर इस धोखाधड़ी की पोल खुली।
अभिभावक बेहद गुस्से में हैं, उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, राज्यपाल से समिति की वैधता की जांच की मांग एवं छात्राओं से धोखाधड़ी कर उनका भविष्य खराब करने वाले समिति अध्यक्ष, सचिव तथा अन्य जिम्मेदार लोगों पर पुलिस कार्यवाही की मांग की है व बच्चियों को रेगुलर किये जाने की मांग की है।