ग्वालियर। काॅलेज प्रबंधन की गलती से 300 छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है, डबरा स्थित संत कंवरराम शिक्षा समिति द्वारा संचालित संत कंवरराम कन्या महाविद्यालय के प्रबंधन द्वारा बी.काॅम (इंग्लिश मीडियम) प्रथम, बी.एससी प्रथम की छात्राओं को नियमित काॅलेज में एडमिशन देकर फीस बसूली और दिसंबर में परीक्षा शुरू होने से एक दिन पहले प्रायवेट छात्र का रोल नं. पकड़ा दिया।
इस पर छात्राओं ने काॅलेज के बाहर प्रदर्शन किया और अध्यक्ष समिति तथा अन्य पदाधिकारियों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की। छात्रा भव्या गोयल के फाॅर्म में फर्जी दस्तखत कर, भावना लिखा गया एक अन्य शिवानी शुक्ला के फाॅर्म में दस्तखत शिवानी गुप्ता स्पष्ट नजर आ रहे थे इसी प्रकार उपासना शर्मा के फाॅर्म में श्रीवास्तव के नाम से दस्तखत किये गये, जो शुद्ध धोखाधड़ी है एक छात्रा के अभिभावक एड्वोकेट ईश्वरदयाल तिवारी ने प्रबंधन को काफी भला बुरा कहते हुये कोर्ट जाने की बात कही प्रबंधन मामले की लीपापोती में कभी शासन को कभी चुनाव आचार संहिता को कारण बताता रहा। करीब 300 छात्राओं ने एसडीएम आई.ए.एस. अनुराग चैधरी के यहां पहुंचकर ज्ञापन देकर धोखाधड़ी पर कार्यवाही की मांग की।
एसडीएम ने जांच का आश्वासन दिया है, छात्राओं एवं अभिभावकों का कहना है कि फाॅर्म तीन माह पूर्व करीब भरे गये थे, अगर कोई त्रुटि थी तो विश्वास में लेकर बताना था। क्लास रेगुलर लेते रहे, फीस पूरी लेते रहे फिर प्रायवेट छात्र के रूप में कैसे परीक्षा दें और क्यों दें। यह समिति द्वारा शुद्ध धोखाधड़ी है, समिति के कैशियर एवं सचिव तथा एक स्कूल के शिक्षक ने एसडीएम को दिया मूल आवेदन भी छात्राओं से छुड़ा लिया और जान से मारने की धमकी दी।
घटना स्थल पर प्रदर्शन के समय काफी रोष था करीब 300 छात्राओं का कैरियर चैपट होने से छात्रायें रो रही थीं, कुछ छात्राओं ने प्रदेश के मामा शिवराज सिंह को भी शिकायत भेजी है। अभिभावकों ने इस तरह की मनमानी और लूट करने वाली समिति के विवादित होने एवं आय-व्यय की जांच की मांग की है।