ग्वालियर। दतिया रतनगढ़ हादसे की जांच करने आई सीबीआई टीम को आज एक मृत बालक के पिता की खरीखोटी सुननी पड़ीं। वृद्ध ने कहा सवाल मत पूछो, हमारी दास्तां सुनो और जिसकी वजह से ये सबकुछ हुआ उसे फांसी पर चढ़ाओ।
सनद रहे कि दतिया रतनगढ़ मंदिर के हादसे की जिसमें 115 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी, इस हादसे की वजह मंदिर में दर्शन करने पहुंचे मध्यप्रदेश के एक मंत्री को माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि उनको रास्ता बनाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हड़बड़ाए ग्रामीणों के बीच भगदड़ मच गई।
इसी हादसे की जांच सीबीआई टीम द्वारा दतिया रेस्ट हाउस पर करने के दौरान आधा दर्जन लोग टीम के समक्ष वयान देने पहुंचे वहां दुरसड़ा निवासी कृष्ण मुरारी शर्मा ने विभिन्न सवाल पूछे जाने पर कहा कि हादसे के संबंध में जो देखा भुगता है, बेटा खोया है वकीलों से जैसे सवाल न करें, जो बताने आया हूं मेरी सुन लें।
कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि हादसे वक्त पुल के मंदिर वाले छोर से पुल टूटने की अफवाह चली। एक पुलिस वाले ने भी बात दोहरा दी यह सुनते ही लोग भागने लगे 4-6 पुलिस वाले पुल पर मौजूद थे, एक पुलिस वाला बच्चों को नीचे फैंक रहा था, भगदड़ में, मेरा बेटा बिष्णु दब गया था वह मृत मिला, मेरे बेटे को दूसरे गांव के कैलाश पाल नामक व्यक्ति ने लाशों के ढेर के नीचे से निकाला।
पुलिस वाले उसे भी नीचे फैंक रहे थे, जिसकी वजह से यह सब हुआ अफवाह फैली उसे ढूंढ़कर फांसी पर चढ़ाओ। दूसरे मृत अंकित परिहार की मां अंगूरी परिहार मृतिका कपूरी तिवारी के परिजन शिवकुमार शर्मा के वयान भी हुये।
ओवरब्रिज की सड़क में दरार, दुर्घटना की आशंका
डबरा। नगर के मुख्य मार्ग पर रेलवे लाइन के ऊपर बने ओवरब्रिज में अधिकारियों की लापरवाही के चलते कई जगह दरारे पड़ गई हैं, ये दरारें इतनी चैड़ी हैं कि इनसे बचने के चक्कर में कई वाहन आपस में टकरा चुके हैं साथ ही पटरी जगह-जगह टूटी होेने से पैदल चलने वालों को दुर्घटना का खतरा बना रहता है। आवागमन को सुलभ बनाने के लिये तत्कालीन रेल मंत्री कैलाशवासी माधवराव सिंधिया तथा मोतीलाल बोरा मुख्यमंत्री के समय में पुल बनकर तैयार हुआ था। पुल बनते समय भी कुछ लोगों ने स्तरहीन बनने की शिकायत की थी, इस पुल से कई वाहन नीचे गिर चुके हैं, रेलिंग कमजोर होने की वजह से वाहन 25-30 फुट नीचे गिर कर कई लोगों को घायल कर चुके हैं, यातायात का दवाव होने से ब्रिज पर पड़ने वाली दरारों की शीघ्र मरम्मत अपेक्षित है।