भोपाल। दिल्ली भले ही महानगर हो लेकिन विधायकों की शिक्षा के लिहाज वह नवनिर्वाचित विधानसभाओं में सबसे निचले पायदान पर है जबकि मध्यप्रदेश शीर्ष पर है। इन चारों राज्यों के नवनिर्वाचित विधायकों की शैक्षणिक योग्यता के विश्लेषण से पता चलता है कि 230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा में 67 फीसदी यानी 155 विधायक स्नातक हैं।
उसके बाद क्रमश: राजस्थान, छत्तीसगढ़ और दिल्ली का नंबर आता है जहां स्नातक डिग्रीधारी क्रमश: 63 फीसदी, 59 फीसदी और 51 फीसदी हैं।
इन चार विधानसभाओं के लिए कल रात मतगणना परिणामों की घोषणा हुई। राजस्थान में 125 और छत्तीसगढ़ में 53 विधायक स्नातक हैं। दिल्ली में केवल 36 ऐसे विधायक हैं जो स्नातक या उससे अधिक है। उनमें दो पीएचडी धारी जबकि 13 स्नातकोत्तर हैं। विधायकों की औसत उम्र के लिहाज से इन चारों विधानसभाओं में दिल्ली सबसे अधिक जवान विधानसभा है।
सबसे दिलचस्प बात यह है कि इन सभी चार विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार उच्चशिक्षा प्राप्त हैं। दिल्ली में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार (ईएनटी ) नाक, कान एवं गला रोग: विशेषज्ञ हैं जबकि आम आदमी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पूर्व भारतीय राजस्व अधिकारी एवं आईआईटी स्नातक हैं।
छत्तीसगढ़ में लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटे वाले रमन सिंह आयुर्वेदिक डाक्टर हैं जबकि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान स्नातकोत्तर हैं। राजस्थान में भाजपा को शानदार जीत दिलाने वाली वसुंधरा राजे सिंधिया स्नातक हैं।