इंदौर। प्री-पीजी घोटाले में आरोपी अरबिंदो हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. विनोद भंडारी की तलाश में एसटीएफ ने शनिवार को उनके घर छापा मारा। बहू ने बताया भंडारी मॉरीशस में है और तबीयत बिगड़ गई है। फरारी पंचनामा बनाकर टीम लौट गई।
डीएसपी एसटीएफ अखिलेश द्विवेदी और एएसआई मनोहरसिंह चौहान शनिवार शाम को भंडारी के क्लर्क कॉलोनी स्थित बंगले पर पहुंचे। नौकरानी ने कहा वे कई दिनों से नहीं आए। भंडारी की पत्नी मंजू भी घर पर नहीं मिलीं। इस पर एएसआई ने वहीं फरारी पंचनामा बनाना शुरू कर दिया।
नौकरानी कुंती और हीराबाई के साथ गार्ड का नाम भी दर्ज किया गया। इस बीच भंडारी के बेटे डॉ. मोहित की पत्नी शिल्पा बाहर आईं। डीएसपी से उन्होंने कहा कि डॉ. भंडारी ठीक होने पर ही भारत लौट सकेंगे।
डॉक्टर की अनुमति मिलते ही लौट आऊंगा : भंडारी
डॉ. विनोद भंडारी ने अपना पक्ष रखने के लिए एक प्रेसनोट जारी किया है। इसमें उन्होंने लिखा अखबारों से पता चला एसटीएफ मुझे फरार घोषित करने जा रही है लेकिन मैं मॉरीशस में हूं और लगातार डीजीपी व एसटीएफ को मेडिकल के दस्तावेज प्रमाण पत्र भेज रहा हूं। डॉक्टरों से फ्लाइट में सफर की अनुमति मिलते ही लौट आऊंगा।
आरक्षक भर्ती घोटाले में प्रधान आरक्षक का बेटा गिरफ्तार
एसटीएफ ने शनिवार को आरक्षक भर्ती घोटाले में इंदौर के केवरली लाइन्स से अंकित रावत को गिरफ्तार किया। उसके पिता रघुवीरसिंह रावत एपीटीसी में प्रधान आरक्षक हैं। अंकित ने फर्जी तरीके से सांठगांठ कर भर्ती परीक्षा पास की थी। उसे कोर्ट में पेश कर भोपाल जेल भेज दिया गया।