भोपाल। आप उसे मध्यप्रदेश के पूर्व ग्रहमंत्री का दामाद कहें या फरार चिटफंडी या फिर बीएसपी का विधायक बात एक ही है और नाम है बनवारी लाल कुशवाह। पुलिस ने कुशवाह की गिरफ्तारी के लिए एक बार फिर सक्रियता बढ़ा दी है।
ग्वालियर निवासी मध्यप्रदेश के पूर्व ग्रहराज्य मंत्री नारायण सिंह कुशवाह के दामाद बनवारी लाल कुशवाह ने उन दिनों जबकि कुशवाह मंत्री थे, चिटफंड का अवैध कारोबार पूरे इलाके में फैला लिया था। इतना ही नहीं ग्वालियर की सीमाओं से लगे उत्तरप्रदेश एवं राजस्थान के शहरों से भी करोड़ों रुपए समेटा गया।
ग्रहमंत्री की चिटफंड कंपनी बताकर मंत्री नारायण सिंह कुशवाह के नाम का जमकर दुरुपयोग किया गया और जब चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई तो बनवारी अपनी कंपनी बंद करके फरार हो गया। ग्रहराज्य मंत्री के दामाद थे सो पुलिस ने भी औपचारिकता पूरी की और जवाईं सा को आराम से छिपे रहने का मोका दिया।
मध्यप्रदेश पुलिस के इसी सहयोग के चलते बनवारी कुशवाह ने पिछले दिनों राजस्थान की धौलपुर से बीएसपी के टिकिट पर चुनाव लड़ा और विधायक बन बैठा। वो खुलेआम चुनाव प्रचार कर रहा था, लोगों से मिल रहा था परंतु ग्वालियर पुलिस उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करने को तैयार ही नहीं थी।
परंतु अब जब शिवराज सिंह के मंत्रीमंडल का गठन हो गया है तो हाईकमान का इशारा मिलने के बाद ग्वालियर पुलिस एक्टिव हो गई है। शनिवार को एसपी संतोष कुमार सिंह ने धौलपुर के कलेक्टर कुमार पाल गौतम को बनवारी लाल पुत्र माधवसिंह कुशवाह के खिलाफ थाटीपुर थाने में दर्ज एफआईआर की प्रति सहित चिटफंड कारोबार से जुड़ी सभी जानकारियां भेज दी हैं। बनवारी लाल ने धौलपुर की सीट से बसपा का चुनाव लड़ने के लिए चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में अपने कारोबार का गलत ब्योरा दिया है।
अब देखना यह है कि ग्वालियर पुलिस विधायक महोदय को कब तक अरेस्ट कर पाती है।