भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश महामंत्री, सांसद और राज्यसभा में सचेतक माया सिंह ने कहा कि कांग्रेस 4 राज्यों में चारों खाने चित और जनता द्वारा पूरी तरह नकारने के बावजूद अहंकार में चूर है।
जनता की अस्वीकार्यता के बाद भी कांग्रेस सबक लेने के बजाए संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर भ्रष्टाचार और घोटाले को छुपाने की कोषिष में लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी आर्थिक नीतियों की विफलता से मिली पराजय को गंभीरतापूर्वक लेने के बजाए अपने गुस्से का विस्फोट पेट्रोलियम उत्पादों और गैस सिलेंडर की मूल्यवृद्धि के रूप में कर रही है।
इस दिशा में गैस सिलेंडरों पर कमीशन के रूप में डीलरों के प्रभार में वृद्धि का प्रस्ताव कांग्रेस की मंषा पर सवालिया निषान है। पेट्रोलियम मंत्री मोइली इस मूल्यवृद्धि का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने की जुगत में है लेकिन गैस सिलेंडर पर 3.50 रू. बढाने से आम आदमी की जेब पर भार पडेगा और महंगाई और बढेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ एक धोखा है। कांग्रेस का हाथ कार्पोरेट और उद्योगपतियों के साथ है। माया सिंह ने आषंका जतायी है कि कांग्रेस की मंषा आम आदमी को असहयोग के लिए हमेषा दंडित करने की रही है और गैस, डीजल, पेट्रोल में मूल्यवृद्धि को नियमित करना कांग्रेस का शगल बन चुका है।
उन्होंने कहा कि टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले में प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह को क्लीनचिट देने और तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए.राजा द्वारा उन्हें गुमराह करने का दावा करने वाली संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी की विवादास्पद रिपोर्ट फर्जी और मनगढंत है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट पेष करके सच्चाई छुपाने की कोषिष की गयी है। 4 राज्यों में जनता द्वारा ठुकराने के बावजूद अंहकार में चूर कांग्रेस कोई सबक नहीं ले रही है और भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए संवैधानिक संस्था का इस्तेमाल कर रही है।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी टूजी स्पेक्ट्रम से जुडी संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट को विपक्ष को धंता बताते हुए जिस तरह से संसद में पेष किया गया उससे लगता है कि कांग्रेस के नेता दिखावा, धोखा और फरेब करते है। लोकसभा में जेपीसी की रिपोर्ट रखते समय विपक्षी सदस्यों को बोलने तक नहीं दिया गया जबकि राज्यसभा में भी विपक्ष के सवाल पर कोई व्यवस्था दिए बिना रिपोर्ट पेश की गयी।
माया सिंह ने कहा कि इससे साफ होता है कि कांग्रेस की रणनीति है कि शर्मनाक ढंग से भ्रष्टाचार करें और बेषर्मी से उसका बचाव करें। कांग्रेस जनता द्वारा नकारने के बावजूद सबक सीखने के लिए तैयार नहीं है। अहंकार और बेशर्मी कांग्रेस के डीएनए के हिस्से है।