ग्वालियर। प्री मेडीकल टेस्ट में हुये फर्जीवाड़े की जांच अब सीबीआई द्वारा किये जाने की संभावना है इस बावत शासन द्वारा निर्णय लिया जा चुका है अधिकारी सभी कागजात एकत्रित करने में जुट गये हैं।
एसटीएफ द्वारा की जा रही जांच में अधिकारियों नेताओं पर मिली भगत के आरोप लग सकते हैं। चूंकि लोकसभा चुनाव सामने हैं इसलिये शासन द्वारा सीबीआई जांच कराई जायेगी। वर्ष 2006 से 2010 तक के कागजों को फोरेसिंक जांच के लिये पुलिस मुख्यालय भेजा गया है। कुछ कागजात व्यापम, जीवाजी यूनिवर्सिटी, काॅलेज प्रबंधन के पास भी नही हैं, वर्ष 2013 की पीएमटी परीक्षा में फर्जीवाड़े में कई कद्दावर नेताओं व अधिकारियों के नाम आने से शासन ने सीबीआई को मामला सौंपने का निर्णय लिया है।