व्यापमं घोटाला: एक और परीक्षा आई लपेटे में

भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा पिछले साल आयोजित नाप तौल निरीक्षकों व कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी चयन परीक्षा भी संदेह के घेरे में आ गई है।

स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग से नाप तौल निरीक्षकों व कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों की पदस्थापना संबंधी जानकारी मांगी है। इस संबंध में एसटीएफ ने विभाग को नोटिस थमा दिया है। (व्यापमं) ने पिछले साल फरवरी में इन दोनों पदों पर चयन के लिए भर्ती परीक्षा ली थी।

एसटीएफ के डीएसपी शेर सिंह भदौरिया ने बताया कि नियंत्रक नाप तौल व नियंत्रक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति को इस परीक्षा के जरिए चयनित किए गए उम्मीदवारों की सूची देकर उनकी पदस्थापना संबंधी जानकारी मांगी गई है। इनमें 11 नाप तौल निरीक्षक व 7 कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी शामिल हैं।

ये हैं वे नाप तौल निरीक्षक: आशुतोष गुमाश्ता, शैलेष पटेल, रावेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार, संदीप त्रिपाठी, अमित सिंह, शिशुवेंद्र सिंह, भानुप्रताप सिंह, मिहिर कुमार, सुनील कुमार साहू, उमेश प्रताप सिंह

ये हैं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी: अभिजीत मेहता, देवकांत रघुवंशी, राजकुमार धाकड़, नरेशचंद्र सागर, अवधेश कुमार भार्गव, अभिषेक सिंह ठाकुर और विश्वनाथ सिंह राजपूत

विभागीय भर्ती परीक्षा की शिकायत लोकायुक्त में: नियंत्रक नाप तौल द्वारा तीन महीने पहले ली गई नाप तौल निरीक्षकों की विभागीय परीक्षा की शिकायत लोकायुक्त में की गई है। यह शिकायत नाप तौल अमले में ही सहायक ग्रेड 2 के पद पर कार्यरत उमाशंकर तिवारी ने की है। तिवारी मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव भी हैं। लोकायुक्त के सामने हलफनामा देकर शिकायत की है। शिकायत करते हुए आरोप लगाया गया है कि इस विभागीय परीक्षा में आर्थिक अनियमितता कर नियमों का उल्लंघन किया गया है।

दूसरे विभाग की कर्मचारी को शामिल कर लिया विभागीय परीक्षा में: लोकायुक्त में की गई शिकायत में तिवारी ने आरोप लगाया कि वित विभाग के तहत कोष एवं लेखा की कर्मचारी सुनीता नानेरिया को नाप तौल निरीक्षक की विभागीय परीक्षा में शामिल कर लिया गया। सुनीता की वर्तमान पदस्थापना कोष एवं लेखा इंदौर में है।

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